The News Air- (नई दिल्ली) पंजाब विधानसभा चुनाव नज़दीक आते ही श्री गुरू ग्रंथ साहिब की बेअदबी, उससे जुड़े गोलीकांड और ड्रग्स का मामला गर्माने लगा है। CM बनने के बाद पहली बार कोटकपूरा पहुंचे चरणजीत चन्नी ने दावा किया कि इन सबके लिए बादल ज़िम्मेदार हैं। उन्होंने कहा कि मामला कोर्ट में है, इसलिए मैं ज़्यादा नहीं बताऊंगा लेकिन इनको सज़ा जरुर मिलेगी।
CM चन्नी की यह बात इसलिए अहम है क्योंकि बेअदबी और गोलीकांड की स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) जांच कर रही है। जिसकी रिपोर्ट अभी आनी बाकि है। वहीं, ड्रग्स के मामले में स्पेशल टास्क फोर्स (STF) की रिपोर्ट हाईकोर्ट में सीलबंद पड़ी है।
साज़िश रचने वालों से मिले थे बादल
CM चन्नी ने कहा कि फरीदकोट में हुई बेअदबी, उसके बाद बहबल कलां और कोटकपूरा में हुए गोलीकांड में बादल इसकी साज़िश रचने वालों से मिले हुए थे। उन्होंने कहा कि यह गोलियां बेअदबी के विरोध में शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने वालों पर नहीं बल्कि हमारे सीने पर चली थी।
अकाली दल बता चुका साज़िश
अकाली दल पहले ही बेअदबी, गोलीकांड और ड्रग्स केस में उन्हें फंसाने की साज़िश बता चुका है। उनका कहना है कि सीएम चन्नी, डिप्टी सीएम सुखजिंदर रंधावा, पंजाब कांग्रेस प्रधान नवजोत सिद्धू ने डीजीपी इक़बाल प्रीत सहोता के साथ मीटिंग की। जिसमें इन दोनों मामलों में बादल परिवार और अकाली दल को फंसाने की साज़िश रची गई।
किसानों ने विरोध किया तो इस्तीफ़ा दिया
CM चन्नी ने बादल परिवार को कृषि सुधार क़ानूनों पर भी नहीं बख़्शा। उन्होंने कहा कि पहले इन्होंने 2013 में पंजाब में कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग एक्ट बनाया। उसके बाद केंद्र सरकार से बनवाया। पहले इसके फ़ायदे गिनाते रहे। जब किसानों ने विरोध शुरू किया तो केंद्र सरकार में मंत्री पद छोड़ना पड़ा। इसके बाद BJP से गठबंधन भी तोड़ दिया। उन्होंने कहा कि लोग इसे भूलेंगे नहीं और बादलों से इसका जवाब जरुर मांगेंगे।
टोपी वालों से बचकर रहना
सीएम चन्नी ने कहा कि आजकल पंजाब में टोपी वाले घूम रहे हैं, जो मुझे नक़ली बोलते हैं। आम आदमी पार्टी (AAP) वाले फ़र्ज़ी गारंटी और झूठ का पुलिंदा बांट रहे हैं। अरविंद केजरीवाल बहुरूपिया हैं। वह जिन स्कीमों का ऐलान कर रहे हैं, उनसे दिल्ली को कोई फ़ायदा नहीं हुआ तो पंजाब को क्या होगा?। उन्होंने कहा कि दिल्ली में 400 यूनिट फ्री बिजली चुनावी चाल है। अगर बिजली यूनिट 400 से ज़्यादा होते हैं तो दिल्ली सरकार मोटा बिल लेती है। इतने यूनिट बिल तो लगभग हर घर का आ ही जाता है।