Illegal Mining Violence in Mohali Hospital : पंजाब के मोहाली (Mohali) जिले के डेराबस्सी (Dera Bassi) के मकंदपुर (Makandpur) गांव में अवैध माइनिंग (Illegal Mining) को लेकर दो पक्षों के बीच शुरू हुआ विवाद शुक्रवार देर रात खून-खराबे में बदल गया। यह विवाद पहले गांव में और फिर अस्पताल तक पहुंचा, जहां हमला करने वालों ने न केवल घायलों पर हमला किया बल्कि अस्पताल के सामान को भी नुकसान पहुंचाया। इस हिंसक घटना में चार युवक गंभीर रूप से घायल हो गए हैं।
जानकारी के अनुसार, गांव मकंदपुर (Makandpur) के रहने वाले अनिल कुमार उर्फ हनी पंडित (Anil Kumar alias Honey Pandit) ने बताया कि उनका विवाद पहले से ही दूसरी पार्टी के साथ माइनिंग को लेकर चल रहा था, जिसकी सूचना संबंधित क्षेत्र के एसएचओ (SHO) को भी दी गई थी। हनी ने आरोप लगाया कि शुक्रवार की रात दूसरी पार्टी के लोगों ने उनके साथियों महीपाल (Mahipal) और अन्य पर हमला कर दिया। हमले के दौरान उनके घर पर फायरिंग (Firing) भी की गई थी। गंभीर रूप से घायल हुए सभी लोगों को सिविल अस्पताल डेराबस्सी (Civil Hospital Dera Bassi) में भर्ती कराया गया।
मगर बात यहीं खत्म नहीं हुई। देर रात लगभग 25 से 30 लोग अस्पताल पहुंचे और वहां भर्ती मरीजों पर दोबारा हमला कर दिया। हमले के दौरान अस्पताल का सामान भी तोड़ दिया गया, जिससे वहां मौजूद अन्य मरीज और स्टाफ भी भयभीत हो गए। इस हिंसक झड़प में महीपाल (Mahipal), नरेश (Naresh), नायब (Nayab) और अंग्रेज सिंह (Angrez Singh) गंभीर रूप से जख्मी हुए हैं और उनका इलाज जारी है।
हनी पंडित ने यह भी आरोप लगाया कि इस हमले के पीछे एक स्थानीय विधायक (MLA) का हाथ है, जिसके कारण पुलिस भी उनके खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर रही। उन्होंने प्रशासन से सुरक्षा और न्याय की मांग की है।
इस घटना ने एक बार फिर अवैध माइनिंग के काले कारोबार और इससे जुड़ी हिंसा को उजागर कर दिया है। जिस तरह से अस्पताल जैसे सुरक्षित स्थान में जाकर हमला किया गया, वह कानून-व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े करता है। पुलिस द्वारा अब तक कोई बड़ी गिरफ्तारी न होने से लोगों में असंतोष भी बढ़ता जा रहा है।