नई दिल्ली, 2 अक्टूबर (The News Air)
गांधी जयंती के मौके पर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर तमाम नेता गांधी जी की समाधि पर श्रद्धांजलि देने राजघाट पहुंच रहे हैं. वहीं, वहां से चंद किलोमीटर दूर दिल्ली की सभी सीमाओं पर पिछले 10 महीने से बैठे किसान भी पूरे दिन अनशन कर रहे हैं. किसानों का कहना है कि वे गांधी जी के बताए रास्ते पर चलकर तीन कृषि कानूनों को निरस्त करेंगे। कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली की सीमाओं पर बैठे किसानों ने आज अनशन किया है. उनका अनशन धान खरीद में देरी और कृषि कानूनों के खिलाफ है।
गांधी जयंती पर दिल्ली बॉर्डर पर बैठे किसानों ने अनशन किया है. उनका अनशन धान खरीद में देरी को लेकर है। किसान सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक अनशन करेंगे।
हाल ही में केंद्र सरकार ने पंजाब और हरियाणा में खरीफ धान की खरीद को 11 अक्टूबर तक के लिए स्थगित कर दिया था, क्योंकि हाल ही में हुई भारी बारिश के कारण फसल की कटाई में देरी हुई थी। पंजाब में वर्ष 2021-22 के खरीफ विपणन सत्र के लिए धान की खरीद एक अक्टूबर से शुरू होनी थी। पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने इस मामले में ट्वीट कर प्रधानमंत्री मोदी से हस्तक्षेप करने की मांग की थी ताकि धान खरीद प्रक्रिया फिर से शुरू की जा सके. कई विपक्षी नेताओं ने सरकार से धान खरीद स्थगित करने के अपने फैसले को वापस लेने की भी मांग की है।
केंद्रीय खाद्य मंत्रालय ने एक बयान में कहा था, “यह बताया गया है कि पंजाब और हरियाणा में हाल ही में हुई भारी बारिश ने धान के पकने में देरी की है। किसानों के हितों को ध्यान में रखते हुए और उन्हें किसी भी असुविधा से बचाने के लिए मंत्रालय ने फैसला किया है कि इन दोनों राज्यों में एमएसपी के तहत धान की खरीद 11 अक्टूबर से शुरू होगी.