The News Air- चंडीगढ़ – चंडीगढ़ में कोरोना के केस भले ही कम हो गए हैं मगर चंडीगढ़ प्रशासन कोई रिस्क नहीं लेना चाहता। इसी के चलते छोटे बच्चों को भी तेजी से कोरोना वैक्सीन (कोर्बेवैक्स) लगाई जा रही है। अभी तक 12 से 14 वर्ष के 431 बच्चों को वैक्सीन लगाई जा चुकी है। प्रशासन का शुरुआती लक्ष्य है कि इस आयु वर्ग के 45 हजार बच्चों को वैक्सीनेट करना है। इससे पहले 15 से 18 वर्ष के 60,129 बच्चों को कोरोना की पहली डोज तथा 32,550 को दूसरी डोज दी जा चुकी है। इस आयु वर्ग के 72 हजार बच्चों को कवर करने की प्रशासक की योजना है।
शहर के 60 वर्ष से ज्यादा उम्र के बुजुर्गों को भी दोनों डोज देने के बाद उन्हें अलग से बूस्टर डोज दी जा रही है। अभी तक ऐसे 16,523 बुजुर्ग यह डोज लगवा चुके हैं। ऐसे बुजुर्गों का आंकड़ा शहर में 78 हजार के लगभग है। उनके अलावा हेल्थ सेक्टर से जुड़े कर्मियों एवं फ्रंट लाइन वर्कर को भी यह बूस्टर डोज दी जा रही है। 5968 फ्रंट लाइन वर्कस तथा 3718 हेल्थ वर्कर यह डोज लगवा चुके हैं।
बीते 26 जनवरी को चंडीगढ़ प्रशासन शहर के वयस्कों को 100 फीसदी वैक्सीनेट कर चुका है। अभी तक प्रशासन 10,83,201 लोगों को कोरोना की पहली डोज लगा चुका है। वहीं 8,75,867 वयस्क ऐसे हैं जिन्हें दोनों डोज दी जा चुकी है।
शहर में यह है कोरोना की स्थिति
अभी तक शहर में पिछले 2 सालों में कोरोना से 1165 लोगों की मौत हो चुकी है। कुल 91,888 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए जा चुके हैं। इनमें से 90,695 अभी तक ठीक हो चुके हैं। कुल 11,01,127 टेस्ट प्रशासन कोरोना जांच के लिए ले चुका है। अभी भी शहर में बिना मास्क पाए लोगों के चालान किए जा रहे हैं।
इतनी जनसंख्या को कवर करने का लक्ष्य है
18 वर्ष से अधिक उम्र के लोग 8,43,000
हेल्थ वर्कर- 26,237
फ्रंट लाइन वर्कर- 22,428
60 वर्ष से अधिक- 78,000
12 से 14 वर्ष के बच्चे- 45,000
15 से 18 वर्ष के बच्चे- 72,000