उन्होंने कहा, “उपराज्यपाल मेरे प्रधानाध्यापक नहीं हैं। लोगों ने मुझे मुख्यमंत्री बनाया है। केजरीवाल ने दावा किया कि एक बैठक में उपराज्यपाल ने उनसे कहा था कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने उनकी वजह से दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) के चुनावों में 104 सीटें जीती हैं। मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि उपराज्यपाल “सामंती मानसिकता से ग्रस्त हैं और नहीं चाहते कि दिल्ली के गरीब बच्चे अच्छी शिक्षा प्राप्त करें।”
उन्होंने कहा, “लेफ्टिनेंट गवर्नर कौन है?” वह कहां से आया? वह हमारे सिर पर बैठा है। क्या अब वे तय करेंगे कि हमें अपने बच्चों को पढ़ने के लिए कहां भेजना चाहिए? ऐसी सामंती मानसिकता वाले लोगों की वजह से ही हमारा देश पिछड़ा हुआ है। केजरीवाल ने कहा, ‘जिंदगी में कुछ भी स्थाई नहीं है। कल हम केंद्र की सत्ता में भी आ सकते हैं.. हमारे पास उपराज्यपाल भी होंगे। हमारी सरकार जनता को परेशान नहीं करेगी।” उन्होंने कहा कि उपराज्यपाल को खुद निर्णय लेने का अधिकार नहीं है।
केजरीवाल ने कहा, ‘सुप्रीम कोर्ट ने साफ तौर पर कहा था कि वह पुलिस, जमीन और सार्वजनिक व्यवस्था के अलावा अन्य मुद्दों पर फैसला नहीं कर सकता है।’ मुख्यमंत्री ने सदन में “विदेश में पढ़ रहे भाजपा सांसदों, विधायकों और मंत्रियों के बच्चों” की एक सूची भी प्रस्तुत की और कहा कि अच्छी शिक्षा तक सभी की पहुंच होनी चाहिए।