नई दिल्ली, 16 अगस्त (The News Air)
अफ़ग़ानिस्तान में तालिबान के कब्ज़े के बाद भारत सरकार वहाँ से अपने नागरिकों को निकालने में लगी है। भारत सरकार ने मंगलवार को क़ाबुल में स्थित राजदूत रुदेंद्र टंडन और उनके भारतीय स्टाफ को वापस बुला लिया। वायुसेना का ग्लोबमास्टर C-17 एयरक्राफ्ट क़ाबुल से 150 लोगों को लेकर क़रीब 11.15 बजे गुजरात के जामनगर पहुंचा। इसी में भारतीय राजदूत भी सवार थे।
गृह मंत्रालय ने शुरू किया इमरजेंसी वीज़ा – अफ़ग़ानिस्तान के बाकी इलाक़ों में भी अभी कई भारतीय फंसे हुए हैं। उन्हें भी एक-दो दिनों में एयरलिफ़्ट कर लिया जाएगा। इसके साथ ही गृह मंत्रालय ने अफ़ग़ानिस्तान से भारत आने वाले लोगों के लिए वीज़ा नियमों में बदलाव किया है। सरकार ने इलेक्ट्रोनिक वीज़ा की एक नई कैटेगरी e-Emergency X-Misc Visa शुरू की है। इससे लोगों को जल्द वीज़ा मिल सकेगा।
हेल्पलाइन नंबर जारी किया- विदेश मंत्रालय ने भारतीयों की मदद के लिए हेल्पलाइन नंबर +919717785379 और ईमेल [email protected] जारी किया है।
अजीत डोभाल ने की बातचीत- मंगलवार सुबह अफ़ग़ानिस्तान से भारतीयों को सुरक्षित निकालने के मुद्दे पर भारतीय एनएसए अजीत डोभाल ने अमेरिकी एनएसए से बात की। इस बीच केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा-तालिबान दूसरे देशों के लिए भी परेशानी पैदा करेगा। हमने पिछले 7 सालों में आतंकवाद के ख़िलाफ़ ज़ीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई है। सीमा पार आतंकवाद की स्थिति को नियंत्रण करने में भारत अपने आप में मज़बूत और आत्मनिर्भर है।