नई दिल्ली, 10 जून
पंजाब कांग्रेस में चल हे कलह को ख़त्म करने के लिए गठित की गई कमेटी आज अपनी रिपोर्ट आलाकमान को सौंप सकती है। बता दें कि बुधवार को कमेटी ने कांग्रेस वॉर रुम में दो बार बैठक की। सूत्रों के मुताबिक़ कमेटी अपनी रिपोर्ट आज कांग्रेस अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को सौंप सकती है।
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और नवजोत सिद्धू के आपसी कलह के निपटारे के लिए कांग्रेस ने एक कमेटी का गठन किया गया था। राज्य सभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की अध्यक्षता वाली कमेटी ने 4 दिनों में कांग्रेस के पंजाब से संबंध रखने वाले 100 से अधिक नेताओं से उनकी राए ली। जिनमें अधिकतर विधायक ही थे। खड़गे के अलावा कांग्रेस महासचिव और पंजाब प्रभारी हरीश रावत और दिल्ली प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जे.पी. अग्रवाल भी इस कमेटी में शामिल हैं।
पंजाब कांग्रेस में दरार राज्य के पूर्व कैबिनेट मंत्री नवजोत सिद्धू के साथ परगट सिंह के मुख्यमंत्री के ख़िलाफ़ मोर्चा खोलने के उपरांत सामने आई थी। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (ए.आई.सी.सी.) को पंजाब के नेताओं की शिकायतों को सुनने के लिए एक कमेटी गठित करने के लिए मजबूर होना पड़ा, जब नवजोत सिद्धू के नेतृत्व वाले एक समूह ने राज्य नेतृत्व में बदलाव का सुझाव दिया। हालांकि सूत्रों की मान तो कैप्टन अमरिंदर सिंह को रिप्लेस करने पर अभी कोई चर्चा नहीं हुई है। कांग्रेस बिना किसी बड़े फेरबदल के कुछ मामूली समायोजन करके नवजोत सिद्धू को शांत करना और उन्हें पार्टी में बनाए रखना चाहती है।
सूत्रों के अनुसार अब इस कलह को दूर करने के लिए पार्टी राज्य में 2 डिप्टी सीएम और नवजोत सिद्धू को कैंपेन कमेटी प्रमुख बनाने का फॉर्मूला निकाल सकती है। ऐसी चर्चा है कि सिद्धू को सरकार में बतौर उप मुख्यमंत्री शामिल करने और उनके साथ ही किसी हिंदू दलित को दूसरा उप मुख्यमंत्री बनाने की संभावना पूरी है।
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