चाय कंपनियों (Tea Companies) के शेयरों में तेज़ी का ट्रेंड है। बुधवार को प्रमुख छह चाय कंपनियों में से पांच के शेयरों में अच्छी तेज़ी देखने को मिली। पिछले एक महीने में इन कंपनियों के शेयरों ने 28 फ़ीसदी तक का रिटर्न दिया है। दरअसल, श्रीलंका में क्राइसिस (Sri Lanka Crisis) से इंडियन टी कंपनियों के लिए निर्यात बढ़ाने का मौक़ा है। सरकार भी इसमें सपोर्ट कर रही है। इसलिए इन कंपनियों के शेयरों में तेज़ी दिख रही है।
धुनसेरी टी इंडस्ट्रीज (Dhunseri Tea Industries) के शेयर ने पिछले एक महीना में 20.16 फ़ीसदी की तेज़ी दिखाई है। बुधवार को इसका भाव 2.79 फीरोसेल इंडिया (Rossell India) के शेयर में भी तेज़ी का ट्रेंड है। बुधवार को इस शेयर का भाव 4.43 फ़ीसदी की तेज़ी के साथ 197 रुपये था। इस शेयर का भाव बीते एक महीने में 19.64 फ़ीसदी उछल चुका है। सदी की उछाल के साथ 308.10 रुपये चल रहा था। गुडरिक ग्रुप (Goodricke Group) के शेयर ने पिछले एक महीने में सबसे ज़्यादा रिटर्न दिया है। एक महीना में इसका भाव 28.17 फ़ीसदी उछला है। बुधवार को इसका भाव 0.33 फ़ीसदी की मामूली गिरावट के साथ 260 रुपये था।
एक्सपर्ट्स का कहना है कि श्रीलंका से सप्लाई घटी है। इंडिया इसकी भरपाई कर सकता है। इंडिया ईरान, तुर्क़ी, इराक़ जैसे देशों को चाय का निर्यात बढ़ा सकता है। इंडिया रूस को भी चाय का निर्यात बढ़ाना चाहता है। हालांकि, अभी इन देशों में एक्सपोर्ट से जुड़ी कुछ प्रॉब्लम है। सरकार प्रॉब्लम दूर करने की कोशिश कर रही है। सरकार भी चाय निर्यात बढ़ाने के इस मौक़े का फ़ायदा उठाना चाहती है।
टी बोर्ड ऑफ़ इंडिया के डेटा के मुताबिक़, 2019 में श्रीलंका ने तुर्क़ी को 16.7 करोड़ डॉलर मूल्य के चाय का निर्यात किया था। उसने रूस के 13.2 करोड़ डॉलर की चाय का एक्सपोर्ट किया था। इराक़ को 10.4 करोड़ डॉलर और चीन को 5.5 करोड़ डॉलर की चाय का निर्यात किया था। श्रीलंका अभी मुश्किल दौर से गुज़र रहा है। वहाँ फ्यूल के साथ ही खाने-पीने की चीज़ों की कमी है। बिजली रोज़ाना 12-14 घंटे कट रही है। इसका असर चाय उत्पादन पर पड़ा है।
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