अडानी विल्मर (Adani Wilmar) भारत में खाद्य तेल के बाजार का अग्रणी खिलाड़ी है। ब्रोकरेज एडलवाइस (brokerage Edelweiss) के मुताबिक कंपनी के पास मजबूत वितरण नेटवर्क है। जिसे अगले 3-4 वर्षों में और बढ़ाने की कंपनी की योजना है। कंपनी का मजबूत ब्रांड और बाजार लीडरशिप भी इसे बढ़ने में मदद कर रहा है। इसके अलावा मजबूत प्रोमोटर ग्रुप से कंपनी को फायदा हो रहा है।
ब्रोकरेज ने कहा “वित्त वर्ष 2021-24 में ये फैक्टर्स अडानी विल्मर की वॉल्यूम और अर्निंग सीएजीआर को क्रमशः 9.3% और 19.9% तक बढ़ा सकते हैं। हालांकि लिस्टिंग के बाद शानदार 140% की बढ़त के बाद बाजार में ये मजबूती से आगे बढ़ रहा है।” इसलिए ब्रोकरेज ने Adani Wilmar के शेयरों पर ‘होल्ड’ रेटिंग दी है और इस स्टॉक पर 559 रुपये के लक्ष्य के साथ कवरेज शुरू किया है।
अडानी समूह के शेयर ने फरवरी 2022 में अपनी लिस्टिंग के बाद से पिछले 2 महीनों में 109% से अधिक की तेजी के साथ मल्टीबैगर रिटर्न दिया है। Adani Wilmar, अडानी ग्रुप और सिंगापुर के विल्मर ग्रुप (Wilmar Group) के बीच एक संयुक्त उद्यम (joint venture) है।
घरेलू ब्रोकरेज और रिसर्च फर्म एडलवाइज ने कहा कि इसका रिटर्न रेशियो प्रोफाइल अच्छा है, हालांकि यह इस सेक्टर के औसत रिटर्न रेशियो से से कम है।
मिंट की खबर के मुताबिक ब्रोकरेज को उम्मीद है कि खाद्य तेल और पैकेज्ड फूड उद्योग अपने मजबूत ग्रोथ ट्रैजेक्टरी को बनाए रखेंगे। अपनी ग्रोथ को बढ़ाने में कंपनी को ब्रांडेड खिलाड़ियों की बढ़ती पैठ, एंड्यूसर इंडस्ट्रीज की ग्रोथ और बढ़ते निर्यात बाजार का सहारा मिलेगा।
ब्रोकरेज का मानना है कि Adani Wilmar कारोबार को और बढ़ाने के लिए अच्छी पोजीशन में है। इसके अलावा कंपनी प्रतिस्पर्धात्म रूप से अच्छी पोजीशन होने के कारण सोर्सिंग और ओवरहेड्स को भी अनुकूल कर सकेगी। हालांकि Edelweiss ने कहा कि रूस-यूक्रेन संघर्ष से उत्पन्न सूरजमुखी तेल की कमी निकट-अवधि के लिए जोखिम भी बन सकती है।
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