The News Air- कर्नाटक के हिजाब विवाद की आँच पंजाब तक पहुंच गई है। पंजाब के शाही इमाम मौलाना मुहम्मद उस्मान लुधियानवी ने गुरुवार को जामा मस्जिद में प्रदेश के मुस्लिम संगठनों की मीटिंग बुलाई। इसमें तय हुआ कि 12 फरवरी को लुधियाना में हिजाब मार्च निकाला जाएगा। इसमें बड़ी संख्या में मुस्लिम महिलाएं भी हिस्सा लेंगी। मीटिंग में सभी मस्जिदों, मदरसों और मुस्लिम संगठनों के प्रधान शामिल हुए।
मीटिंग में शाही इमाम मौलाना मुहम्मद उस्मान लुधियानवी ने कहा कि वह कर्नाटक की बहादुर लड़की मुस्कान की हिम्मत को सलाम करते हैं। जिसने फिरकापरस्तों को अल्लाह-हू-अकबर के ज़रिए मुँहतोड़ जवाब दिया। उन्होंने कहा कि कर्नाटक से देश में नफ़रत का नया संदेश दिया गया। सत्ता में आए लोगों के पास नफ़रत और धर्म की राजनीति के सिवाय कुछ नहीं बचा है।
बेटी को पढ़ने से क्यों रोका जा रहा ?
उन्होंने कहा कि एक तरफ़ सरकार बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ की बात कहती है। वहीं हिजाब की वजह से एक बेटी को पढ़ने से रोका जा रहा है। हिजाब और बुरखा कोई आज नहीं आया, बल्कि वर्षों से मुस्लिम बेटियां इसे पहनती रही हैं। सवाल यह है कि ऐसा अचानक क्या हुआ कि इसको लेकर विवाद खड़ा किया जा रहा है।
क्या है हिजाब विवाद
कर्नाटक के एक स्कूल में वीडियो सामने आने के बाद यह विवाद शुरू हुआ। एक मुस्लिम लड़की के आगे कुछ लड़के जय श्री राम के नारे लगाने लगते हैं। यह देखकर लड़की मुस्कान भी अल्लाह-हू-अकबर के नारे लगाने लगती है। इस वीडियो के सामने आने के बाद अब राष्ट्रीय स्तर पर इसको लेकर बहस शुरू हो गई है।