The News Air – (नई दिल्ली) चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर का कहना है कि जिन राज्यों में चुनाव होने हैं वहाँ कम से कम 80 प्रतिशत लोगों को वैक्सीनेटेड (Vaccinated) होना चाहिए। इस संबंध में उन्होंने शुक्रवार को एक ट्वीट कर चुनाव आयोग (Election Commission) का ध्यान आकर्षित कराया। प्रशांत किशोर ने अपने ट्वीट में लिखा -चुनाव आयोग को मतदान वाले राज्यों में कम से कम 80 फ़ीसदी लोगों को वैक्सीन की दोनों डोज़ (Vaccination) पर ज़ोर देना चाहिए। कोरोना के बढ़ते संक्रमण के बीच सुरक्षित चुनाव कराने का यही सही तरीक़ा होगा। उन्होंने लिखा कि कोविड प्रोटोकॉल्स का ज़्यादातर लोग पालन नहीं करते, ऐसे में यह हास्यास्पद है।
यह भी पढ़ें- कोरोना की नई गाइडलाइन:बिना या हलक़े लक्षण वाले मरीज़ों को 14 के बजाय..
रोज़ाना एक लाख तक आ रहे नए मामले
प्रशांत किशोर का यह ट्वीट ऐसे वक़्त आया है, जब देश में रोज़ाना आने वाले कोरोना के मामलों की संख्या 1 लाख तक पहुंच चुकी है। पिछले 11 दिनों में रोज़ाना आने वाले मामले 6 हज़ार से बढ़कर एक लाख प्रतिदिन तक पहुंचे हैं, ऐसे में चुनावों में वैक्सीनेशन काफ़ी अहम हो जाता है। हालांकि, प्रशांत किशोर के ट्वीट पर लोगों ने अलग-अलग तरह के कमेंट किए हैं। कुछ ने उन्हें सही ठहराया है तो कुछ ने उन्हें इस मामले में राय नहीं देने की सलाह दी है।
लोगों ने कहा – टीकाकरण से वोट का अधिकार नहीं छीन सकते
एक यूजर ने कहा- टीकाकरण के चलते वोट का अधिकार नहीं छीना जा सकता है। इससे बेहतर है कि अलग-अलग चरणों में चुनाव करवाए जा सकते हैं और वैक्सीनेशन के आधार पर चरण बना सकते हैं। लेकिन चुनाव आयोग के पास ऐसी जरुरतों की मांग करने का अधिकार नहीं है।
एक यूजर ने प्रशांत के ट्वीट पर कमेंट करते हुए पूछा कि आप कब से वायरोलॉजिस्ट बन गए। एक चुनावी रणनीतिकार को अपनी विशेषज्ञता से इस तरह की सलाह नहीं देनी चाहिए। यह सब सिर्फ़ चुनावों में देरी के लिए है। एक अन्य यूजर ने लिखा – जिन राज्यों में चुनाव होने हैं, उनमें से कोई भी राज्य ऐसा नहीं है जो 80 प्रतिशत वैक्सीनेशन के क़रीब हो। और यह तो वैज्ञानिक तथ्य है कि दोनों डोज़ लगे होने के बाद भी व्यक्ति को भी कोरोना संक्रमण हो सकता है। हालांकि, कुछ लोगों ने प्रशांत किशोर की बात से सहमति जताई है। उनका कहना है कि कोरोना से बचाव के लिए वैक्सीनेशन ही अभी सबसे सही विकल्प है।