चंडीगढ़, 27 सितंबर (The News Air) आम आदमी पार्टी (आप) पंजाब ने शिरोमणि अकाली दल के प्रधान सुखबीर सिंह बादल द्वारा एक सीनियर सुपरिटेंडेंट ऑफ पुलिस (एसएसपी) को जनतक तौर पर धमकी देने के लिए सख़्त निंदा करते हुए कहा कि सुखबीर बादल अभी भी यह मानने के लिए तैयार नहीं हैं कि उनकी सरकार चली गई है जो कभी भी वापस नहीं आएगी।
शनिवार को पार्टी दफ्तर में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए पूर्व मंत्री और अजनाला के विधायक कुलदीप धालीवाल ने कहा कि सरकारी अधिकारियों को धमकी देकर सुखबीर बादल अपनी निराशा ज़ाहिर कर रहे हैं। उन्हें शायद याद नहीं है कि उनके कार्यकाल के दौरान सत्ता का दुरुपयोग कैसे किया गया था और पंजाब के स्रोतों को कैसे लूटा गया था।
उन्होंने कहा कि सत्ता में रहते हुए सुखबीर बादल ने रेत माफ़िया, भू-माफ़िया, ट्रांसपोर्ट माफ़िया और केबल माफ़िया समेत कई माफ़िया चलाए, जिन्होंने पंजाब को तबाह कर दिया। उनके कार्यकाल के दौरान जितने झूठे पर्चे दर्ज किए गए थे, इतिहास में किसी भी सरकार के समय इतने पर्चे दर्ज नहीं हुए। आप नेता ने सुखबीर बडक़ल की चुटकी लेते हुए कहा कि उन्हें यह समझ नहीं आ रहा कि पंजाब के लोगों ने 2022 में ही नकार दिया था। अब वे दोबारा सत्ता में आने के सपने लेना छोड़ दें।
उन्होंने कहा कि पंजाबी यह नहीं भूले हैं कि कैसे अकाली दल की सरकार के दौरान मोगा में एक बेटी को बस से फेंक कर कत्ल कर दिया गया था और अमृतसर में एक बेटी की इज़्ज़त बचाने की कोशिश करते हुए एक पुलिस मुलाज़म को उनके गुंडों ने मार दिया था।
धालीवाल ने सुखबीर बादल से सवाल करते हुए पूछा कि जब सरकार आपकी होती है, तब पुलिस अधिकारी आपको अच्छे लगते हैं, पर जब कोई और सरकार आ जाती है, तब वही अफ़सर आपको बुरे क्यों लगते हैं? फिर आप एक डायरी उठा कर चल पड़ते हैं और अफ़सरों को धमकियां देते हैं। मैं आपको बताना चाहता हूँ कि अब पंजाब में कानून का राज है और आपकी धमकियों का कोई असर नहीं होने वाला।
विधायक धालीवाल ने सुखबीर बादल की मुख्यमंत्री बनने की इच्छा पर टिप्पणी करते हुए याद दिलाया कि जब आपके पिता जी, स्वर्गीय सरदार प्रकाश सिंह बादल ने मुख्यमंत्री रहते हुए अकाली लीडरों द्वारा आपको मुख्यमंत्री बनाने की सलाह नहीं मानी तो पंजाब के लोग यह गलती कैसे कर सकते हैं। आपके पिता जी जानते थे कि आप इसके योग्य नहीं।
कुलदीप धालीवाल ने सुखबीर बादल को चेतावनी दी कि वह अपनी धमकियों से अधिकारियों को डराने की कोशिश न करें और लोकतांत्रिक फतवे का सत्कार करें। पंजाब के लोगों ने एक ईमानदार सरकार चुनी है और अब यहाँ गुंडागर्दी और माफ़िया राज के लिए कोई जगह नहीं है।






