The News Air – (सोनीपत) हरियाणा में पेपर लीक कराने वाले गैंग के सरगना रोबिन को स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने दिल्ली से दबोच लिया है। उस पर एक लाख रुपए का पुरस्कार रखा था। एसटीएफ ने गिरफ़्तारी के बाद उसे सोनीपत कोर्ट में पेश कर 7 दिन के रिमांड पर लिया है।
STF के DSP महेश श्योराण का दावा है कि सोनीपत के गांव शामड़ी निवासी रोबिन ख़ुद भी फर्जीवाड़े से दिल्ली पुलिस में सिपाही भर्ती हुआ और हज़ारों लोगों को फ़र्ज़ी तरीक़े से पेपर पास करा चुका है। रिमांड के दौरान पुलिस उससे पूरे राज उगलवाने का प्रयास करेगी। श्योराण ने सोनीपत में बुधवार को पत्रकारों से बातचीत में बताया कि उनकी टीम ने पेपर लीक मामले में रोबिन पुत्र राजपाल को दिल्ली से पकड़ा है। वह मोस्टवांटेड था और उस पर एक लाख का इनाम रखा गया था। रोबिन पेपर लीक साठगांठ के मामले मे गिरोह का लीडर है और वह सोनीपत के गांव शामड़ी का निवासी है।
रोबिन वर्ष 2013 में हरियाणा के सोनीपत, गोहाना, मुरथल आईआईटीएम, एसबीआईटी एसपीटी, गन्नौर, पानीपत, समालखा कुरुक्षेत्र के अलावा मोहाली पंजाब, देहरादून, महाराष्ट्र, जयपुर राजस्थान उत्तर प्रदेश और कई शैक्षणिक संस्थानों में परीक्षा प्रयोगशालाएं स्थापित कर पेपर लीक कर रहा था।
वह पेपर लीक गैंग को बड़े ही मैनेज्ड तरीक़े से ऑपरेट करता था। ट्रस्ट बनाकर कॉलेज और स्कूलों में कंप्यूटर लैब पेपर के लिए किराये पर लेकर पूरा खेल किया जाता था। इसके बाद कंप्यूटर हैकिंग करके विभिन्न प्रकार की नौकरी और प्रतियोगी परीक्षाओं में हज़ारों उम्मीदवारों की परीक्षा उत्तीर्ण कराई।
रोबिन ख़ुद भी 2009 में फर्जीवाड़ा करके दिल्ली पुलिस में सिपाही की नौकरी हासिल की थी। 2012-13 में इसने इस गैंग की कमान संभाली और अभी तक सैकड़ों युवाओं को फर्जीवाड़े से नौकरी दिला चुका है। इसके पास से अभी तक पुलिस ने 450 प्रतिभागियों का डाटा जुटाया है, जोकि इसके संपर्क में थे। ये 2 से 10 लाख रुपए तक पेपर पास कराने के लेते थे। हज़ारों युवाओं काे पास करा चुके हैं।