PM Modi Prayagraj Sangam Snan : PM Narendra Modi ने बुधवार को Prayagraj Sangam (प्रयागराज संगम) में डुबकी लगाई। Magh Ashtami (माघ अष्टमी) के इस शुभ अवसर पर उनके स्नान को केवल आध्यात्मिक नहीं, बल्कि राजनीतिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
दिल्ली विधानसभा चुनाव (Delhi Assembly Elections 2025) और उत्तर प्रदेश की Milkipur (मिल्कीपुर) विधानसभा सीट पर उपचुनाव के दिन यह स्नान राजनीतिक संदेश दे सकता है। BJP को उम्मीद है कि यह कदम हिंदू वोटों को एकजुट करने में मदद करेगा, जो हाल के वर्षों में बिखरते दिख रहे हैं।
मोदी के स्नान का राजनीतिक संदेश
PM मोदी का गंगा स्नान सिर्फ आध्यात्मिक क्रिया नहीं, बल्कि एक सोच-समझी राजनीतिक रणनीति मानी जा रही है।
BJP के हिंदुत्व एजेंडे को मजबूती: हाल के दिनों में जातिगत जनगणना और ओबीसी राजनीति के कारण हिंदू वोटों में बिखराव दिखा है। यह स्नान BJP के कोर हिंदू वोट बैंक को फिर से संगठित करने की कोशिश है।
कुंभ के जरिये हिंदू एकता का संदेश: मोदी ने इसे ‘एकता का महाकुंभ’ बताया, जिससे स्पष्ट है कि BJP हिंदुत्व से आगे बढ़कर सनातन धर्म की व्यापक राजनीति करना चाहती है।
- भगदड़ विवाद पर सरकार की छवि सुधारने की कोशिश: 29 जनवरी को प्रयागराज में मची भगदड़ के बाद उत्तर प्रदेश सरकार की आलोचना हो रही थी। PM का संगम स्नान यह दिखाने की कोशिश है कि स्थिति अब नियंत्रण में है।
BJP बनाम जातिगत राजनीति
देश में इन दिनों जाति जनगणना (Caste Census) पर जबरदस्त राजनीति हो रही है।
कांग्रेस (Congress) और अन्य विपक्षी दल जाति जनगणना का समर्थन कर रहे हैं। Rahul Gandhi (राहुल गांधी) लगातार जातिगत सर्वेक्षण को बढ़ावा देने की बात कर रहे हैं।
BJP इस मुद्दे पर असमंजस में: पार्टी न तो खुलकर जाति जनगणना का विरोध कर रही है और न ही समर्थन। उसे डर है कि इससे उसके OBC वोट बैंक में दरार पड़ सकती है।
- BJP की रणनीति: जातिगत पहचान के बजाय हिंदुत्व और सनातन धर्म को बढ़ावा देना, ताकि विभिन्न जातियों को एकजुट किया जा सके।
BJP नेताओं का मानना है कि सनातन धर्म हिंदुत्व से भी मजबूत डोर है, इसलिए CM Yogi Adityanath (योगी आदित्यनाथ) और अन्य नेता लगातार सनातन धर्म की बात कर रहे हैं।
महाकुंभ 2025: BJP की बड़ी रणनीति
उत्तर प्रदेश सरकार ने प्रयागराज कुंभ को भव्य बनाने के लिए विशेष योजनाएं शुरू की हैं।
योगी आदित्यनाथ कैबिनेट पहले ही संगम में स्नान कर चुकी है और वहां कई विकास योजनाओं की घोषणा कर चुकी है।
- BJP शासित राज्यों के मुख्यमंत्री, केंद्रीय मंत्री और अन्य गणमान्य नेता भी प्रयागराज पहुंच रहे हैं।
विपक्ष का BJP पर वार
कांग्रेस और सपा का BJP पर तंज: विपक्षी पार्टियां कह रही हैं कि BJP चुनावों से पहले ही धर्म की राजनीति पर उतर आई है।
- जाति जनगणना से बचने की कोशिश: कांग्रेस और सपा नेताओं का आरोप है कि BJP जातिगत असमानताओं को छिपाने के लिए हिंदुत्व का सहारा ले रही है।
क्या PM मोदी का यह कदम BJP के लिए फायदेमंद होगा?
BJP को हिंदू वोटों को फिर से एकजुट करने में सफलता मिल सकती है।
जातिगत राजनीति से पार्टी को बचाने का यह एक कारगर प्रयास हो सकता है।
- हालांकि, विपक्ष इस रणनीति को BJP की “चुनावी नौटंकी” करार दे सकता है।
अब देखना होगा कि क्या PM मोदी का यह कदम BJP को आगामी चुनावों में फायदा पहुंचाएगा या विपक्ष इस पर पलटवार करेगा?