The News Air- (नई दिल्ली) Agriculture Bill रद्द होने के बाद चौतरफा दबाव में घिरे किसान नेता राकेश टिकैत ने ऐलान किया है कि दिसंबर के आख़िर तक किसान आंदोलन ख़त्म हो जाएगा। मीडिया के पूछने पर टिकैत ने कहा कि PM ने किसानों की आय दोगुनी करने के लिए अपनी ज़ुबान दी है। अगर 1 जनवरी तक MSP पर क़ानून नहीं बनता, तो ये मुद्दा किसानों के आंदोलन की मांग का हिस्सा बन जाएगा। हालांकि टिकैत ने यह भी कहा कि सरकार इस मामले में पीछे नहीं हटेगी।
पंजाब के किसानों के पीछे हटने से भी टिकैत दबाव में
पंजाब के किसानों द्वारा आंदोलन ख़त्म करने के ऐलान पर टिकैत ने कहा कि वे किसी जाते हुए को रोक नहीं सकते। लेकिन उन्होंने यह भी जोड़ा कि कोई किसान जाना नहीं चाहता है। टिकैत ने कहा कि 10-11 दिसंबर के बाद से बातचीत का दौर शुरू होगा। तब तक MSP पर बात हो जाएगी। किसानों पर जो मुक़दमे हैं, वो वापस हो जाएंगे। कोई भी किसान मुक़दमे साथ लेकर घर नहीं जाएगा।
बता दें कि संसद का शीतकालीन सत्र(winter session of parliament) 29 नवंबर से शुरू हुआ। सदन में पहले ही दिन तीनों कृषि क़ानून(AgricultureBill) रद्द करने वाला बिल पास करा दिया। बावज़ूद किसान नेता राकेश टिकैत आंदोलन पर अड़े हुए थे। हालांकि उनके इकतर 32 किसान संगठनों ने आंदोलन ख़त्म करने की तैयारियां कर ली हैं। इस संबंध में 1 दिसंबर को अंतिम फ़ैसला होगा। 29 नवंबर को सिंघु बॉर्डर पर 32 किसान संगठनों की बैठक में इस पर विचार विमर्श किया गया। संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) के 42 लोगों की कमेटी की इमरजेंसी मीटिंग अब 1 दिसंबर को ही होगी, जिसमें आंदोलन ख़त्म करने पर फ़ैसला होगा। पहले यह मीटिंग 4 दिसंबर को होने वाली थी। पंजाब के किसान नेता हरमीत कादियां ने कृषि क़ानून रद्द होने को अपनी जीत बताया। साथ ही यह भी कहा कि अब आंदोलन जारी रखने को कोई बहाना नहीं है।
क्या यूपी विधानसभाा चुनाव लड़ सकते हैं टिकैत
टिकैत के किसान आंदोलन को राजनीति से प्रेरित माना गया। कहा जा रहा है कि वे यूपी विधानसभ से चुनाव लड़ सकते हैं। हालांकि उनके करीबियों का मानना है ऐसी संभावना नहीं है। राकेश टिकैत 2 बार चुनाव में अपनी किस्मत अजमा चुके हैं, लेकिन दोनों ही बार हारे। एक बार विधानसभा और दूसरी बार लोकसभा चुनाव में उन्हें पराजय झेलनी पड़ी। 2007 का विधानसभा चुनाव टिकैत ने निर्दलीय लड़ा था, लेकिन 2014 में उन्हें राष्ट्रीय लोकदल ने टिकट दिया था। अगले साल यूपी में विधानसभा चुनाव होने हैं। कहा जा रहा है कि वेस्ट यूपी से उनके भाई चुनाव में उतर सकते हैं।