The News Air – (लखनऊ) उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव (UP Assembly Elections 2022) बीजेपी के लिए काफ़ी मायने रखता है. इसकी बुनियाद पर 2024 की नींव रखने की तैयारी भी है, इसीलिए चुनाव में जीत हासिल करने की हर रणनीति को धरातल पर उतारने की तैयारी चल रही है इसी क्रम में पार्टी नेतृत्व ने सभी चुनाव प्रभारियों को निर्देश दिया है कि वे अपने अपने प्रभार वाले क्षेत्र में अस्थायी निवास बना लें. सभी सह प्रभारियों को भी अस्थायी निवास बनाने का निर्देश है.
प्रभारियों ने घर ढूँढ़ना भी किया शूरू
बीजेपी ने चुनाव प्रभारी और सह प्रभारियों को निर्देश में कहा है कि वे अपने-अपने प्रभार वाले क्षेत्रों में अस्थायी घर/फ्लैट किराए पर लेकर अगले 4 महीना वहीं रहें. माना जा रहा है कि चुनाव प्रभार से सम्बंधित ये सभी चुनाव प्रभारी और सह प्रभारी संसद के शीतकालीन सत्र के बाद और चुनाव ख़त्म होने तक अस्थाई निवास में ही रहेंगे. पार्टी की सोच है कि ये अगर अस्थायी तौर पर अपने प्रभार क्षेत्र में लगातार बने रहेंगे तो उससे कार्यकर्ताओं से हमेशा सम्पर्क में रहेंगे. साथ ही पार्टी की जो रणनीति उस क्षेत्र के लिए बनेगी, उसको भी जल्दी से जल्दी धरातल पर उतार सकेंगे. पार्टी के निर्देश के बाद इन नेताओं ने घर ढूँढ़ना शूरू भी कर दिया है. कुछ ने तो घर फाइनल भी कर लिया है.
क्षेत्रवार प्रभारी नियुक्त
यूपी चुनाव के मद्देनज़र बीजेपी ने केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान को चुनाव प्रभारी बनाने के साथ ही 7 सह प्रभारियों की भी नियुक्ति की थी. आज हुई बैठक में बीजेपी ने प्रदेश के सभी छह क्षेत्रों (बीजेपी की संगठनात्मक संरचना के लिहाज़ से)- गोरखपुर, कानपुर, काशी, अवध, बृज व पश्चिम के प्रभारी भी नियुक्त कर दिए हैं. बीजेपी ने तीन कद्दावर नेताओं को दो-दो क्षेत्र की ज़िम्मेदारी दी है. ये प्रभारी क्षेत्रों के बूथ अध्यक्षों की बैठकें लेंगे.
- गोरखपुर और कानपुर- जेपी नड्डा
- काशी और अवध- राजनाथ सिंह
- बृज और पश्चिम- अमित शाह
कौन नेता किस ज़िले में रहेगा?
वहीं बीजेपी ने चुनाव प्रभारी और सह प्रभारियों को भी अलग-अलग ज़िलों की ज़िम्मेदारी सौंप दी है. इनमें-
- धर्मेंद्र प्रधान (चुनाव प्रभारी)- लखनऊ
- अनुराग ठाकुर- लखनऊ
- अर्जुन राम मेघवाल- आगरा
- अन्नपूर्णा देवी- कानपुर
- सरोज पांडेय- वाराणसी
- कैप्टन अभिमन्यु- मेरठ
- विवेक ठाकुर- गोरखपुर
- शोभा करांदलाजे- लखनऊ
ये सभी नेता अपने-अपने प्रभार वाले ज़िले में ही घर लेकर रहेंगे और चुनावी प्रबंधन का कार्य देखेंगे. ये भी जानना ज़रूरी है कि बतौर पार्टी महासचिव मौजूदा गृह मंत्री अमित शाह ने 2014 में वाराणसी में अस्थायी घर से ही अपनी चुनावी गतिविधियों को अंजाम दिया था.