The News Air –देश के सबसे बड़े आईपीओ पेटीएम (Paytm IPO) ने ओपनिंग डे के दिन रिलायंस पॉवर का करीब 14 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया। वास्तव में पेटीएम बाजार में लिस्ट तो हो गई है, लेकिन उसके शेयर प्राइस 27 फीसदी से ज्यादा की गिरावट के साथ बंद हुए। जिसे काफी खराब ओपनिंग डे कहा जा रहा है। इससे पहले खराब ओपनिंग का रिकॉर्ड अनिल अंबानी की रिलायंस पॉवर (Reliance Power) के पास था। जो लिस्टिंग के दिन बाजार बंद होने के बाद 17 फीसदी से ज्यादा की गिरावट के साथ बंद हुआ था।
27 फीसदी के नुकसान पर बंद हुआ पेटीएम का आईपीओ
बांबे स्टॉक एक्सचेंज पर आज पेटीएम का ओपनिंग डे काफी निराशाजनक रहा। बाजार बंद होने के बाद पेटीएम का शेयर 27.25 फीसदी यानी 585.85 रुपए प्रति शेयर के नुकसान के साथ 1564.15 रुपए पर बंद हुआ। जबकि कंपनी 1564 रुपए के साथ दिन के निचले स्तर भी पहुंची। आज सुबह कंपनी का शेयर 9 फीसदी के डिस्काउंट के साथ 1955 रुपए पर ओपन हुआ था और 1961.05 रुपए प्रति शेयर के साथ दिन के उच्चतम स्तर पर भी रहा।
एक लॉट पर कितना नुकसान
वहीं बात निवेशकों के नुकसान की बात करें तो इस आईपीओ पर कम से कम एक लॉट खरीदना पड़ता है। जिसमें 6 शेयर थे। जिनका मूल्य प्रति शेयर के हिसाब से 12900 रुपए था। इसका मतलब एक निवेशक ने कम से कम 12900 रुपए का निवेश किया था। 27.25 फीसदी की गिरावट के हिसाब से इस निवेश की वैल्यू 3500 रुपए से ज्यादा कम हो गई। इसका मतलब यह है कि निवेशकों का 12900 रुपया शेयरों की मौजूदा कीमत के हिसाब से करीब 9385 रुपए ही रह गया है।
रिलायंस पॉवर का तोड़ा रिकॉर्ड
पेटीएम ने खराब लिस्टिंग के मामले में रिलायंस पॉवर का करीब 14 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया है। रिलायंस पॉवर की लिस्टिंग करीब 14 साल पहले 11 फरवरी 2008 में हुई थी। आर पॉवर का इश्यू प्राइस 450 रुपए था, जबकि ओपनिंग डे का क्लोजिंग प्राइस 372.50 रुपए था। इसका मतलब है कि रिलायंस पॉवर का शेयर इश्यू प्राइस 17.22 फीसदी की गिरावट के साथ बंद हुआ था। जोकि उस समय किसी भी आईपीओ के ओपनिंग डे का सबसे खराब प्रदर्शन था। जोकि आज तक नहीं देखा गया था। लेकिन पेटीएम आईपीओ की लिस्टिंग ने उस रिकॉर्ड को 27 फीसदी के साथ तोड़ दिया।
क्या कहते हैं जानकार
शेयर बाजार के एकसपर्ट रजनीश खोसला कहते हैं कि पेटीएम की लिस्टिंग से पहले अनिल अंबानी ग्रुप की रिलायंस पॉवर की लिस्टिंग सबसे खराब देखने को मिली थी। उन्होंने कहा कि 2008 की मंदी की शुरूआत हो चुकी थी और जिसका असर आईपीओ पर देखने को मिला था। उन्होंने बताया कि कंपनी की शुरूआत अच्छी रही थी, लेकिन बाजार बंद होने के तक कंपनी का शेयर 17 फीसदी से ज्यादा नीचे जा चुका था।