Zomato’s First AI Tool (जोमैटो का पहला एआई टूल) Nugget (नगेट) लॉन्च कर दिया गया है। जोमैटो (Zomato) और ग्रॉसरी डिलीवरी कंपनी ब्लिंकिट (Blinkit) ने यह नया AI-पावर्ड कस्टमर सपोर्ट प्लेटफॉर्म पेश किया है। कंपनी के को-फाउंडर और ग्रुप सीईओ दीपिंदर गोयल (Deepinder Goyal) ने इसका ऐलान किया और बताया कि यह प्लेटफॉर्म अब ग्लोबल बिजनेस के लिए भी उपलब्ध होगा। इस खबर के बाद Zomato Share Price (जोमैटो शेयर प्राइस) ने भी अच्छा प्रदर्शन किया और बाजार में हरे निशान पर बंद हुआ।
AI-Driven Nugget: Zomato का बड़ा दांव
Zomato ने Nugget नाम से एक कस्टमर सपोर्ट प्लेटफॉर्म पेश किया है, जो पूरी तरह से AI-पावर्ड है। इसका मुख्य उद्देश्य कस्टमर सपोर्ट को तेज, सटीक और ऑटोमेटेड बनाना है।
Nugget की खास बातें:
- 80% से ज्यादा कस्टमर क्वेरीज को बिना किसी इंसानी दखल के हल कर सकता है।
- डेवलपमेंट टीम की जरूरत नहीं, जिससे कॉस्ट कम होगी।
- रियल-टाइम लर्निंग के जरिए खुद को अपडेट करता रहेगा।
Zomato CEO दीपिंदर गोयल (Deepinder Goyal) ने बताया कि इस टूल को पिछले तीन सालों में एक इंटरनल सॉल्यूशन के तौर पर डेवलप किया गया था। यह पहले से ही Zomato, Blinkit और Hyperpure जैसी कंपनियों के लिए हर महीने 1.5 करोड़ से अधिक सपोर्ट इंटरैक्शंस संभाल रहा है।
अब ग्लोबल बिजनेस के लिए भी उपलब्ध
पहले यह सिर्फ Zomato के इंटरनल ऑपरेशंस के लिए था, लेकिन अब इसे दुनिया भर के बिजनेस के लिए ओपन कर दिया गया है। CEO दीपिंदर गोयल का दावा है कि 90% से अधिक बिजनेस जिन्होंने इसे देखा, उन्होंने इसे साइन अप कर लिया है।
Zomato के शेयरों का प्रदर्शन कैसा रहा?
Zomato के शेयरों ने बीते साल जबरदस्त उछाल दर्ज किया।
- मार्च 2024 में इसका शेयर ₹144.30 के न्यूनतम स्तर पर था।
- दिसंबर 2024 तक यह ₹304.50 के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया।
- नौ महीने में ही 111% से ज्यादा का रिटर्न, यानी पैसा दोगुना!
- हालांकि, इस समय शेयर अपने हाई से 28% नीचे कारोबार कर रहा है।
Zomato Share Price में आज की हलचल
आज जोमैटो के शेयर बाजार में अच्छी रिकवरी दिखी।
- ₹210.60 के लो से उछलकर ₹219.10 के हाई तक पहुंचा।
- BSE पर 1.18% की बढ़त के साथ ₹218.55 पर बंद हुआ।
क्या Nugget Zomato की ग्रोथ को बढ़ाएगा?
Nugget के लॉन्च से Zomato की टेक्नोलॉजी-ड्रिवन अप्रोच और मजबूत होगी। यह टूल बिजनेस के सपोर्ट सिस्टम को ऑटोमेट करने में मदद करेगा, जिससे कंपनी का ऑपरेशनल कॉस्ट घटेगा और मार्जिन बढ़ेगा।