Heart Attack in Youth Causes : सोचिए, आप 28 साल के युवा हैं, सुबह जल्दी उठते हैं, ऑफिस भागते हैं, देर रात लौटते हैं और नींद महज 4 से 5 घंटे की ही मिल पाती है। फिर एक दिन अचानक सीने में तेज दर्द उठता है, हाथ-पैर सुन्न पड़ जाते हैं और अगली तस्वीर अस्पताल के आईसीयू की होती है। यह किसी फिल्म का सीन नहीं, बल्कि आज के युवाओं की हकीकत बन चुकी है। जिस बीमारी को कल तक बुढ़ापे की निशानी माना जाता था, वह आज 25 से 35 साल के युवाओं को अपना शिकार बना रही है।
क्यों कमजोर हो रहा है युवाओं का दिल?
एम्स (AIIMS) और फोर्टिस अस्पताल के चौंकाने वाले आंकड़े बताते हैं कि पिछले 5 सालों में 40 साल से कम उम्र के लोगों में हार्ट अटैक के मामलों में 40% का इजाफा हुआ है। डराने वाली बात यह है कि इनमें से कई मामलों में न तो हाई बीपी की समस्या होती है और न ही कोई फैमिली हिस्ट्री। तो आखिर गलती कहां हो रही है? जवाब है- हमारी बिगड़ती लाइफस्टाइल।
कुर्सी बनी ‘मौत का फंदा’
हम दिन के 10-12 घंटे कुर्सी पर चिपके रहते हैं, जिससे शरीर में हलचल नहीं होती और खून जमने लगता है। नतीजा- नसें धीरे-धीरे ब्लॉक होने लगती हैं। इसके अलावा, रात-रात भर रील्स (Reels) देखने की लत ने नींद छीन ली है। एक्सपर्ट्स कहते हैं कि जिस दिन आपकी नींद 5 घंटे से कम होती है, आपका ब्लड प्रेशर 20% तक बढ़ जाता है, जो दिल के लिए बेहद खतरनाक है।
फास्ट फूड और तनाव का ‘कॉकटेल’
सुबह का नाश्ता ब्रेड-जाम, लंच में बर्गर और डिनर में पिज्जा- यह खानपान हमारे खून में चीनी और फैट की बाढ़ ला देता है। ऊपर से तनाव का बोझ- प्रमोशन की चिंता, ईएमआई (EMI) चुकाने का दबाव और रिश्तों में खटास। यह सब मिलकर दिमाग में ‘कॉर्टिसोल’ (Cortisol) नाम के स्ट्रेस हार्मोन को बढ़ा देता है, जो 24 घंटे जहर की तरह शरीर में दौड़ता रहता है।
युवाओं में अलग होते हैं लक्षण
बुजुर्गों को हार्ट अटैक आने पर सीने में भारीपन महसूस होता है, लेकिन युवाओं में लक्षण थोड़े अलग हो सकते हैं। हल्की थकान, सांस फूलना या चक्कर आना- युवा इसे अक्सर मामूली समझकर इग्नोर कर देते हैं, और यही लापरवाही जानलेवा साबित होती है।
इन 4 छोटे बदलावों से बचाएं जान
एक्सपर्ट्स का कहना है कि आपको महंगी दवाइयों या जिम मेंबरशिप की जरूरत नहीं है, बस अपनी जिंदगी में ये छोटे बदलाव करें:
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30 मिनट की वॉक: रोज सुबह या शाम सिर्फ 30 मिनट टहलें। यह आपके दिल को मजबूत रखने के लिए काफी है।
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7 घंटे की नींद: रात 11 बजे से पहले फोन को खुद से दूर कर दें और कम से कम 7 घंटे की गहरी नींद लें। यह दिल की सबसे सस्ती दवा है।
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सांसों पर ध्यान: जब भी मन भारी लगे, 5 मिनट आंखें बंद कर गहरी सांस लें। यह मेडिटेशन नहीं, बल्कि दिल को आराम देने का तरीका है।
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रुटीन चेकअप: साल में एक बार बीपी, शुगर और कोलेस्ट्रॉल का टेस्ट जरूर करवाएं। 500-600 रुपये का यह टेस्ट आपकी जान बचा सकता है।
जानें पूरा मामला (Background)
आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी और कॉर्पोरेट कल्चर ने युवाओं की सेहत को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाया है। टीवी9 भारतवर्ष की रिपोर्ट के मुताबिक, 25 से 40 साल के लोगों में हार्ट अटैक के मामले 30% तक बढ़ गए हैं। युवा अपने सपनों के पीछे भागते-भागते अपनी सेहत को नजरअंदाज कर रहे हैं, जिसका खामियाजा उन्हें दिल की बीमारियों के रूप में भुगतना पड़ रहा है। यह रिपोर्ट युवाओं को समय रहते संभलने की चेतावनी देती है।
मुख्य बातें (Key Points)
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25 से 40 साल के युवाओं में हार्ट अटैक का खतरा 30% बढ़ा।
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कम नींद, तनाव और जंक फूड बन रहे दिल के दुश्मन।
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बुजुर्गों से अलग होते हैं युवाओं में हार्ट अटैक के लक्षण।
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रोज 30 मिनट टहलना और 7 घंटे की नींद दिल को रख सकती है स्वस्थ।
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साल में एक बार बेसिक हेल्थ चेकअप जरूर करवाना चाहिए।






