Delhi Election 2024 Transparency: दिल्ली चुनाव (Delhi Election 2024) के नतीजों से पहले एक बड़ा राजनीतिक विवाद खड़ा हो गया है। दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (AAP) के संयोजक अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने चुनाव आयोग (Election Commission of India) पर गंभीर आरोप लगाते हुए दावा किया है कि आयोग ने हर बूथ पर डाले गए वोटों की संख्या अपलोड करने से इनकार कर दिया है।
केजरीवाल ने शुक्रवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में Twitter) पर एक पोस्ट के जरिए इस मुद्दे को उठाया। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी ने एक वेबसाइट ‘TransparentElections.in’ लॉन्च की है, जहां सभी विधानसभा क्षेत्रों के फॉर्म 17C अपलोड किए गए हैं।
क्या है फॉर्म 17C और क्यों है विवाद?
फॉर्म 17C वह आधिकारिक दस्तावेज होता है जिसमें हर मतदान केंद्र (Polling Booth) पर डाले गए कुल वोटों की जानकारी होती है। यह डेटा चुनाव आयोग के पास सुरक्षित रहता है और उम्मीदवारों को इसकी एक प्रति दी जाती है।
केजरीवाल का कहना है कि बार-बार अनुरोध के बावजूद चुनाव आयोग ने यह डेटा सार्वजनिक रूप से अपलोड करने से इनकार कर दिया, जिससे पारदर्शिता पर सवाल उठ रहे हैं।
उन्होंने कहा, “दिनभर हम हर विधानसभा और हर बूथ का डेटा प्रस्तुत करेंगे ताकि हर मतदाता तक यह जानकारी पहुंच सके। यह कुछ ऐसा है जो चुनाव आयोग को पारदर्शिता के हित में करना चाहिए था, लेकिन यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि वे ऐसा करने से इनकार कर रहे हैं।”
चुनाव आयोग ने क्यों नहीं दिया डेटा?
चुनाव आयोग ने अभी तक इस मुद्दे पर आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है, लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि आयोग के नियमों के अनुसार, फॉर्म 17C की कॉपी उम्मीदवारों को दी जाती है, लेकिन इसे सार्वजनिक रूप से अपलोड करने की कोई बाध्यता नहीं है।
हालांकि, आम आदमी पार्टी का तर्क है कि चुनावी पारदर्शिता बनाए रखने के लिए यह डेटा जनता के सामने आना चाहिए, ताकि कोई गड़बड़ी ना हो सके।
राजनीतिक गलियारों में हलचल, विपक्ष ने क्या कहा?
केजरीवाल के इस दावे के बाद चुनावी माहौल गरमा गया है। आम आदमी पार्टी के कई नेताओं ने इस मुद्दे पर बयान दिए और चुनाव आयोग की भूमिका पर सवाल उठाए।
वहीं, भारतीय जनता पार्टी (BJP) और कांग्रेस (Congress) ने इस विवाद पर कोई सीधी प्रतिक्रिया नहीं दी है, लेकिन बीजेपी सूत्रों का कहना है कि आम आदमी पार्टी चुनाव से पहले माहौल को अपने पक्ष में करने के लिए यह मुद्दा उठा रही है।
AAP की वेबसाइट से क्या मिलेगा?
आम आदमी पार्टी द्वारा लॉन्च की गई TransparentElections.in वेबसाइट पर दावा किया गया है कि यहां सभी विधानसभा क्षेत्रों के बूथ-वाइज वोटिंग डेटा उपलब्ध होंगे। पार्टी ने मतदाताओं से अपील की है कि वे इस डेटा को देखें और चुनावी प्रक्रिया में पारदर्शिता बनाए रखने में मदद करें।
दिल्ली चुनाव परिणामों से पहले चुनाव आयोग और आम आदमी पार्टी के बीच इस टकराव ने राजनीति को और गर्मा दिया है। चुनावी प्रक्रिया में पारदर्शिता को लेकर यह विवाद कितना आगे जाएगा, यह आने वाले दिनों में स्पष्ट होगा। अब सबकी नजरें चुनाव आयोग की आधिकारिक प्रतिक्रिया पर टिकी हैं।