Viral Story: पिछले कुछ दिनों से स्विगी (Swiggy) बैग के साथ बुर्का पहनी एक महिला की तस्वीर इंटरनेट पर जमकर वायरल हो रही है। सोशल मीडिया पर तमाम यूजर्स इस तस्वीर को शेयर कर रहे हैं। वायरल तस्वीर में वह अपनी पीठ पर स्विगी के सिग्नेचर डिलीवरी बैग के साथ सड़क पर चलती हुई दिख रही है। इस तस्वीर ने सोशल मीडिया पर सबका ध्यान खींचा और सभी ने महिला को स्विगी डिलीवरी एजेंट समझ लिया। इस बीच, अब महिला की भावुक कर देने वाली एक कहानी सामने आई है। दरअसल, तस्वीर में दिख रही महिला का नाम रिजवाना (Rizwana) है, जो उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ (Lucknow) शहर में रहती है।
समाचार आउटलेट ‘द मूकनायक (The Mooknayak)’ की एक रिपोर्ट के अनुसार, वह पिछले तीन साल से अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए लखनऊ में अथक संघर्ष कर रही है। वह दिन-रात मेहनत कर अपने तीन बच्चों समेत पूरे परिवार का भरण-पोषण करती है। महिला की शादी 23 साल पहले हुई थी, लेकिन उसके ऑटोरिक्शा चालक पति के अचानक गायब हो जाने के बाद उसे भीख मांगनी पड़ी। रिपोर्ट के मुताबिक, तनाव में आकर महिला का पति एक दिन वह घर से चला गया और फिर वापस नहीं आया।
रिजवाना कई तरह के छोटे-मोटे काम करती है, जिसमें घरेलू सहायिका के रूप में काम करना, चाय और कॉफी की दुकानों के साथ स्ट्रीट वेंडर्स को डिस्पोजेबल कप और ग्लास की डिलीवरी करना शामिल है। हालांकि, इतना करने के बावजूद फिर भी बड़ी मुश्किल से ही उसका गुजारा हो पाता है। उसका स्विगी कंपनी से कोई लेना-देना नहीं है। वह स्विगी के साथ जुड़ी हुई नहीं है।
दरअसल, उसे अपना सामान रखने के लिए एक मजबूत बैग की जरूरत थी, जिसके बाद उसने इसे एक रेहड़ी वाले से 50 रुपये में खरीदा। रिजवाना का कहना है कि वह स्विगी कंपनी में काम नहीं करती है, बल्कि डिस्पोजल जैसे प्लास्टिक के चम्मच, प्लेट, पन्नियां, चाय के कप इन सभी को बेचती हैं।
आजतक से बात करते हुए उन्होंने बताया कि कड़कड़ाती ठंड में वह सुबह 8 बजे ही अपना स्विगी का बैग लेकर काम पर निकल जाती है। वह हर रोज करीब 20-25 किलोमीटर का सफर तय करती है और बारिश के मौसम में भी वह पैदल ही निकल जाती है।
रिजवाना की कहानी से ट्विटर यूजर्स काफी प्रभावित हुए। एक ट्विटर यूजर ने स्विगी से आग्रह किया, “प्रिय @Swiggy कृपया इस महिला को अपनी कंपनी में कोई काम दें। वह आपके साथ काम नहीं करती है, क्योंकि वह पर्याप्त शिक्षित नहीं है। लेकिन अगर कंपनी तय करती है कि वह उसका नामांकन कर सकती है।” सोशल मीडिया पर कई यूजर्स उसकी आर्थिक मदद करने का प्रयास कर रहे हैं।