Vijay Rupani Death in Air India Ahmedabad Plane Crash : गुजरात (Gujarat) के अहमदाबाद (Ahmedabad) में गुरुवार को एअर इंडिया (Air India) का बोइंग 787 ड्रीमलाइनर (Boeing 787 Dreamliner) विमान क्रैश हो गया, जिसमें पंजाब (Punjab) और चंडीगढ़ (Chandigarh) भारतीय जनता पार्टी (BJP) के प्रभारी और गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी (Vijay Rupani) का निधन हो गया। यह हादसा उस वक्त हुआ जब विमान लंदन (London) के लिए उड़ान भर रहा था।
विजय रूपाणी पिछले तीन सालों से पंजाब और चंडीगढ़ में भाजपा के प्रभारी के रूप में सक्रिय थे। तीन दिन पहले ही वह लुधियाना (Ludhiana) से गुजरात लौटे थे। उन्होंने लुधियाना की वेस्ट विधानसभा सीट पर हो रहे उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी जीवन गुप्ता (Jeevan Gupta) के लिए प्रचार किया था। 3 जून को उन्होंने पार्टी उम्मीदवार का नामांकन दाखिल करवाया था और 9 जून को लुधियाना से रवाना हुए थे। स्थानीय भाजपा नेता उन्हें एयरपोर्ट तक छोड़ने आए थे।
प्रचार के दौरान विजय रूपाणी ने कहा था कि सभी दलों के उम्मीदवार दागदार हैं, लेकिन भाजपा ने ऐसा प्रत्याशी खड़ा किया है जिस पर एक भी दाग नहीं है। उन्होंने दावा किया था कि 2022 में किसान आंदोलन के बावजूद भाजपा को लुधियाना वेस्ट सीट पर 29 हजार वोट मिले थे और 2024 के लोकसभा चुनाव में यह आंकड़ा 47 हजार तक पहुंच गया। रूपाणी ने यह भी कहा था कि भाजपा ने एक ईमानदार और मेहनती कार्यकर्ता को टिकट देकर जनता को सकारात्मक संदेश दिया है, जबकि विपक्षी दलों के उम्मीदवार भ्रष्टाचार के मामलों में ईडी (ED) की जांच का सामना कर रहे हैं।
2022 से विजय रूपाणी को पंजाब और चंडीगढ़ भाजपा का प्रभारी बनाया गया था। 9 सितंबर 2022 को उनकी पहली नियुक्ति हुई और जुलाई 2024 में उन्हें दोबारा यह जिम्मेदारी सौंपी गई।
विजय रूपाणी 2027 में होने वाले पंजाब विधानसभा चुनाव को लेकर काफी सक्रिय थे। अप्रैल 2025 में उन्होंने लुधियाना में कहा था कि वेस्ट हलका का उपचुनाव 2027 विधानसभा चुनाव का संकेत बनेगा। उन्होंने भाजपा की जीत को आगामी चुनावों की नींव बताया था और कहा था कि पार्टी इस चुनाव के जरिए 2027 में पंजाब में सरकार बनाने की दिशा में पहला कदम रख रही है।
लोकसभा चुनाव 2024 में भले ही भाजपा को पंजाब में कोई सीट न मिली हो, लेकिन वोट प्रतिशत में भारी बढ़ोतरी देखी गई। 2019 में भाजपा का वोट प्रतिशत 9.63% था, जो 2024 में बढ़कर 18.56% तक पहुंच गया। इससे उत्साहित होकर विजय रूपाणी ने लुधियाना वेस्ट उपचुनाव की तैयारी अप्रैल से ही शुरू कर दी थी। वह लगातार कार्यकर्ताओं के साथ बैठकें कर रहे थे और चुनाव की रणनीति तैयार कर रहे थे।
विजय रूपाणी का यह समर्पण और पार्टी के लिए अंतिम समय तक सक्रिय रहना उनके योगदान की मिसाल बन गया। उनका अचानक यूं इस दुनिया से चले जाना भाजपा और देश की राजनीति के लिए एक बड़ी क्षति है।