नई दिल्ली, 25 जून (The News Air)
कोरोना महामारी से बचाव करने हेतु वैक्सीनेशन को बढ़ावा देने के लिए चलाए जा रहे अभियान के बीच एक बड़ी अहम ख़बर सामने आई है। एक स्टडी में यह पाया गया है कि एस्ट्राजेनेका-ऑक्सोफोर्ड (AstraZeneca-Oxford) की बनी कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) ने कुछ लोगों पर विपरीत प्रभाव डाला है। इस प्रभाव से कम से कम 11 लोग न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर का शिकार हुए हैं। इन में से 7 मामले सिर्फ़ केरल (Kerala) में पाए गए हैं, जहां 12 लाख लोगों को यह वैक्सीन लगाई गई थी।
4 Case मिले हैं Nottingham में- स्टडी की रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत और ब्रिटेन (India & UK) में एस्ट्राजेनेका-ऑक्सोफोर्ड की वैक्सीन लगवाने वाले कुल 11 लोगों में ‘गुलियन बेरी’ (Guillain-Barre) नामक न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर पाया गया है। इस में से 7 मामले केरल और 4 नॉटिंघम (Nottingham) में दर्ज़ किए गए हैं। नॉटिंघम में क़रीब 7 लाख लोगों को एस्ट्राजेनेका-ऑक्सोफोर्ड की वैक्सीन दी गई है। यह बताना जरुर है कि भारत में एस्ट्राजेनेका-ऑक्सोफोर्ड की वैक्सीन कोविशील्ड के नाम से बनाई जाती है।
पहली Dose के बाद ही हुए ग्रस्त- न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर (Neurological Disorder) की बात करें तो ‘गुलियन बेरी’ एक बहुत ही दुर्लभ बीमारी है। इसमें इम्यून सिस्टम, नर्व सिस्टम में मौजूद हेल्दी टिशूज पर बहुत असर पड़ता है। खासतौर से इस सिंड्रोम से ग्रसित लोगों के चेहरे की नसें कमज़ोर होने लगती। अध्ययन के मुताबिक़ भारत में वैक्सीन लेने के बाद इस बीमारी के 7 मामले सामने आ चुके हैं। इन 7 लोगों ने कोविशील्ड वैक्सीन की पहली डोज़ लगवाई थी और उसके 10-22 दिन के बीच में ही इन में गुलियन-बेरी सिंड्रोम के लक्षण पाए गए।
इस बीमारी की रफ़्तार से Experts भी हैं हैरान – एनल्स ऑफ़ न्यूरोलॉजी (Annals of Neurology) नामक पत्रिका में प्रकाशित अध्ययन में यह कहा गया है कि वैक्सीन लेने के उपरांत जिन लोगों को गुलियन-बेरी सिंड्रोम बीमारी हुई, उनके चेहरे के दोनों किनारे कमज़ोर होकर लटकने लगे।जबकि आमतौर पर इसके 20 फ़ीसदी से भी कम मामलों में ऐसा देखने को मिलता है। शोधकर्ता इस बात से भी हैरान हो रहे हैं कि इतने कम समय में यह बीमारी उम्मीद से कहीं ज़्यादा बड़ी तेज़ रफ़्तार से फैल गई। हालांकि शोधकर्ताओं का यह भी कहना है कि कोरोना की वैक्सीन महफूज़ है, परन्तु इसके बावजूद सतर्क रहने की बेहद ज़रूरत है।
Guillain-Barre होने के लक्षण- शोधकर्ताओं का कहना है कि यदि वैक्सीन को लेने के उपरांत सिंड्रोम के कोई भी लक्षण दिखें, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। गुलियन बेरी सिंड्रोम के लक्षणों में शरीर में कमज़ोरी, चेहरे की मांसपेशियां कमज़ोर होना, हाथ पैर में झनझनाहट और दिल की धड़कन अनियमित रहना भी शामिल हैं। गौरतलब है कि कोरोना की तीसरी लहर के ख़तरे को देखते हुए देश में वैक्सीनेशन की रफ़्तार बढ़ाने के लिए अभियान भी चलाया जा रहा है।
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