Union Budget 2023: वित्त वर्ष 2023-24 के लिए बजट तैयार करने का प्रोसेस जोरशोर से जारी है। वित्त मंत्री (Finance Minister) लोकसभा में बजट प्रपोजल (budget proposal) पेश करती हैं, जिसमें सरकार के अगले वित्त वर्ष के लिए रेवेन्यू और एक्सपेंडिचर का अनुमान शामिल होता है। बजट प्रस्ताव पर लोकसभा राज्य सभा दोनों में चर्चा और बहस होती है। फिर से इसे फाइनेंस बिल (finance bill) के रूप में पारित कर दिया जाता है। हालांकि, इससे पहले बजट को तैयारियों से जुड़े कई स्टेप्स के गुजरना होता है।
बजट प्रोसेस का पहला स्टेप भारत सरकार द्वारा बजट तैयार करना है। यह काम वित्त मंत्रालय अन्य सरकारी विभागों और एजेंसियों के साथ परामर्श से करता है। वित्त मंत्रालय सरकार की नीतियों, प्राथमिकताओं, मौजूदा आर्थिक हालात देश के वित्तीय संसाधनों को ध्यान में रखते हुए बजट तैयार करता है।
दूसरा स्टेप
दूसरा स्टेप बजट के प्रस्तुतीकरण से जुड़ा है। Finance Minister लोकसभा में बजट पेश करेंगी और फिर इस पर संसद में चर्चा और बहस होगी। इसके बाद लोकसभा में बजट पारित होगा और इसे मंजूरी के लिए राज्यसभा में भेजा जाएगा।
तीसरा स्टेप
तीसरा स्टेप है फंड्स का अलोकेशन। बजट पारित होने पर सरकार एजुकेशन, हेल्थ, इंफ्रास्ट्रक्चर, एग्रीकल्चर जैसे विभिन्न सेक्टरों को फंड का आवंटन करती है। बजट में सरकार की विभिन्न स्कीम्स और कार्यक्रमों के लिए फंड के अलोकेशन का खाका खींचा जाता है।
चौथा स्टेप
चौथा स्टेप बजट को अमल में लाने का है। बजट के पास होने के बाद सरकार बजट के हिसाब से विभिन्न स्कीम्स और कार्यक्रमों को लागू करना शुरू कती है। इसमें विभिन्न विभागों और एजेंसियों को फंड का आवंटन और टैक्स में हुए बदलावों आदि ऐलानों को लागू करना शामिल है।