TMC on Budget: तृणमूल कांग्रेस ने केंद्र में भारतीय जनता पार्टी नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की सरकार पर मंगलवार को तीखा हमला किया और कहा कि केंद्रीय बजट सरकार के वित्तीय और राजनीतिक दिवालियेपन को दर्शाता है।
Highlights
- Budget को लेकर TMC का तीखा हमला
- तृणमूल कांग्रेस ने ‘केंद्रीय बजट 2024’ को ‘आंध्र-बिहार बजट’ बताया
- ‘केंद्रीय बजट सरकार के राजनीतिक दिवालियेपन को दर्शाता है’
तृणमूल कांग्रेस ने ‘केंद्रीय बजट 2024’ को ‘आंध्र-बिहार बजट’ बताया
तृणमूल कांग्रेस पार्टी ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट के जरिए ‘केंद्रीय बजट(Budget) 2024’ शब्दावली को खारिज करते हुए इसे ‘आंध्र-बिहार बजट’ बताया। तृणमूल के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने दिल्ली में संवाददाताओं से कहा, ‘‘कुल नतीजा सिफर है, क्योंकि बंगाल को लगातार प्रताड़ित और वंचित किया जा रहा है।’’ अभिषेक बनर्जी ने संसद परिसर के बाहर कहा, ‘‘आपने देखा है कि कैसे बंगाल को इस भाजपा सरकार द्वारा लगातार वंचित रखा गया है। क्या बंगाल से 12 भाजपा सांसदों के चुने जाने का कोई सकारात्मक परिणाम हुआ?’’
अभिषेक बनर्जी ने शुभेंदु अधिकारी टिप्पणी को बजता से किया तुलना
अभिषेक बनर्जी ने बंगाल के भाजपा नेता शुभेंदु अधिकारी की इस टिप्पणी का जिक्र किया कि ‘‘जो हमारे साथ है, हम उनके साथ हैं।’’ अभिषेक बनर्जी ने कहा, ‘‘उन्होंने जो कहा वह आज साबित हो गया है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘उन्होंने केवल अपनी सरकार बचाने के लिए बिहार और आंध्र प्रदेश को विशेष पैकेज आवंटित किए हैं। हमें किसी भी राज्य को कुछ भी आवंटित किए जाने से कोई समस्या नहीं है, लेकिन बंगाल को वंचित क्यों रखा जाना चाहिए?’’
वित्त मंत्री द्वारा पेश किया गया यह विफल Budget- अभिषेक बनर्जी
अभिषेक बनर्जी ने आगे कहा, ‘‘बंगाल ने देश के स्वतंत्रता संग्राम में अग्रणी भूमिका निभाई है लेकिन उसी बंगाल को वंचित रखा गया है और लोग निश्चित रूप से इसका फिर करारा जवाब देंगे।’’ अभिषेक बनर्जी ने बाद में ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘यह बजट एक विफल सरकार की विफल वित्त मंत्री द्वारा पेश किया गया शून्य वारंटी वाला पूरी तरह से विफल बजट है। बेरोजगारी, बढ़ती महंगाई और बढ़ती मुद्रास्फीति जैसे जरूरी मुद्दों से निपटने के बजाय भाजपा ने अपने गठबंधन सहयोगियों को रिश्वत देने के लिए बजट तैयार किया है ताकि सरकार के गिरने को टाला जा सके।’’
तृणमूल के वरिष्ठ नेता कुणाल घोष ने ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘इस बजट को केंद्रीय बजट(Budget) नहीं कहा जाना चाहिए। यह आंध्र प्रदेश और बिहार को खुश रखने वाला बजट है। यह अपनी कुर्सी बचाने और कुछ अन्य को खुश रखने के लिए लाया गया बजट है।’’