The News Air- (नई दिल्ली) आम आदमी पार्टी (AAP) के संयोजक और दिल्ली के CM अरविंद केजरीवाल का पंजाब कांग्रेस प्रधान नवजोत सिद्धू के प्रति प्रेम फिर उमड़ा है। उन्होंने कहा कि राजनीति में कोई दुश्मन या दोस्त नहीं होता। जब उनसे सिद्धू को पंजाब में AAP का CM चेहरा बनाने की बात पूछी गई तो उन्होंने हंसकर टाल दिया।
दिल्ली में मीडिया से केजरीवाल ने हंसते हुए कहा कि सिद्धू AAP में नहीं आ रहे। हालांकि अगले ही पल सियासत में कोई दुश्मन न होने की बात कह उन्होंने सियासी चर्चाओं को गर्मा दिया। इससे पहले भी केजरीवाल ने कहा था कि सिद्धू AAP में आना चाहते थे और वे अब भी कांग्रेस छोड़ने को तैयार बैठे हैं।
कांग्रेस सरकार छोड़े, हम महिलाओं को 1000 रुपए देंगे
केजरीवाल से पूछा गया कि सिद्धू ने एक संत के वीडियो के ज़रिए उनसे पूछा कि फ्री की राजनीति क्यों कर रहे हो। इसके बाद सिद्धू ने कहा कि केजरीवाल की मुफ़्त बिजली, 26 लाख नौकरी और एक करोड़ महिलाओं को एक-एक हज़ार पर सालाना 1.10 लाख करोड़ रुपया ख़र्च होगा। पंजाब का बजट ही 72 हज़ार करोड़ है। इसमें से 70 हज़ार करोड़ सैलरी और क़र्ज़ चुकाने में चला जाता है। इस सवाल पर केजरीवाल ने कहा कि मैं बड़ी विनम्रता से सिद्धू साहब को कहता हूं कि वे सरकार छोड़ें, हम सब काम कर देंगे।
मैं पंजाब के CM का दावेदार नहीं
केजरीवाल ने इस बात से भी इनकार किया कि वह पंजाब में AAP की तरफ़ से CM पद के दावेदार हैं। केजरीवाल ने कहा कि वह दिल्ली के बेटे और भाई हैं। वह दिल्ली में ही रहेंगे। दिल्ली छोड़कर कहीं नहीं जाएंगे। पंजाब में विरोधी दल लगातार आरोप लगा रहे हैं कि केजरीवाल ख़ुद पंजाब का CM बनना चाहते हैं।
दलित वोट के लिए चन्नी को सिर्फ़ 3 महीने का CM बनाया
केजरीवाल ने कहा कि कांग्रेस ने चरणजीत चन्नी को सिर्फ़ 3 महीने के लिए CM बनाया। ताकि उन्हें अगले चुनाव में दलित वोट मिल सकें। चन्नी ने ख़ुद कहा कि वह अगले चुनाव में CM के कैंडिडेट नहीं हैं। सीएम ने चंडीगढ़ में प्रेस कान्फ्रेंस में यह बात कही थी।
चन्नी को जवाब: काले हैं तो क्या हुआ दिलवाले हैं
CM चरणजीत चन्नी ने अरविंद केजरीवाल को काला अंग्रेज़ कहा था। इसके जवाब में केजरीवाल ने कहा कि ‘हम काले हैं तो क्या हुआ दिलवाले हैं’। केजरीवाल ने कहा कि पंजाब की माताओं और बहनों को काला बेटा और भाई पसंद है। उन्होंने फिर से सीएम चन्नी को नक़ली केजरीवाल कहा। जो 3 महीने बाद पंजाब में नज़र नहीं आएंगे।
निशाना साधने को मजबूर हुए सिद्धू
केजरीवाल के सियासी दांव से नवजोत सिद्धू भी दबाव में नज़र आ रहे हैं। सिद्धू अभी तक AAP के ख़िलाफ़ कुछ नहीं कहते थे। हालांकि जब से शिक्षा के मुद्दे पर AAP ने सिद्धू के क़रीबी शिक्षा मंत्री परगट सिंह को घेरा तो सिद्धू मैदान में आए। उन्होंने CM चेहरा न मिलने पर केजरीवाल का मज़ाक़ उड़ाया कि दूल्हा मिल नहीं रहा और बारात पूरे पंजाब में नाच रही है। सिद्धू ने केजरी से यह भी पूछा था कि उनकी दिल्ली कैबिनेट में कोई महिला मंत्री क्यों नहीं है।