विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर (S Jaishankar) ने शुक्रवार को गोवा में आयोजित शंघाई कॉर्पोरेशन ऑर्गनाइजेशन (SCO) शिखर सम्मेलन की बैठक को संबोधित किया। SCO समिट में जयशंकर ने आतंकवाद का मुद्दा पुरजोर तरीके से उठाया। उन्होंने कहा कि हम सबको मिलकर आतंकवाद से मिलकर लड़ना होगा। आतंकवाद को अभी भी हराया नहीं जा सका है। इस दौरान पाकिस्तानी विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी (Bilawal Bhutto Zardari) की मौजूदगी में जयशकंर ने कहा कि हम सीमा पार से आतंकवाद किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि आतंकवाद से मुकाबला हमारी सबसे पहली प्राथमिकता है।
विदेश मंत्री डॉ एस. जयशंकर ने कहा कि आतंकवाद रुकने का नाम नहीं ले रहा है। हमारा दृढ़ विश्वास है कि आतंकवाद का कोई औचित्य नहीं हो सकता है। इसे सीमा पार आतंकवाद सहित इसके सभी रूपों और अभिव्यक्तियों में रोका जाना चाहिए। आतंकवाद का मुकाबला करना SCO के मूल जनादेशों में से एक है। उन्होंने कहा कि जब दुनिया कोविद का सामना करने में लगी हुई थी, उस समय आतंकवाद का खतरा बेरोकटोक जारी था।
दो दिवसीय शंघाई कॉर्पोरेशन ऑर्गनाइजेशन की बैठक गुरुवार को तटीय राज्य गोवा में शुरू हुई। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बैठक के लिए भारत आए पाकिस्तान, किर्गिस्तान, कजाकिस्तान, उज्बेकिस्तान, ताजिकिस्तान, रूस और चीन के विदेश मंत्रियों का स्वागत किया। जयशंकर ने पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी का SCO बैठक में दूर से ही नमस्ते कहकर स्वागत किया।
दोनों के बीच कोई द्विपक्षीय वार्ता नहीं हुई। बिलावल भुट्टो-जरदारी एससीओ के सम्मेलन में भाग लेने के लिए गुरुवार को गोवा पहुंचे। इसके साथ ही वह करीब 12 साल में भारत की यात्रा करने वाले पाकिस्तान के पहले विदेश मंत्री बन गए। यह 2011 के बाद से पड़ोसी देश पाकिस्तान से भारत में पहली ऐसी उच्च स्तरीय यात्रा है।
बिलावल ऐसे समय में एससीओ विदेश मंत्रियों की परिषद (CSF) की बैठक में हिस्सा लेने के लिये भारत आए, जब सीमा पार आतंकवाद को पाकिस्तान के निरंतर समर्थन सहित कई मुद्दों को लेकर दोनों देशों (भारत और पाकिस्तान) के बीच तनाव जारी है।
जयशंकर ने शाम को रूस, चीन, पाकिस्तान और एससीओ के अन्य सदस्य देशों के विदेश मंत्रियों के लिए एक भव्य स्वागत समारोह की मेजबानी की। इसके साथ ही समूह के दो दिवसीय सम्मेलन की शुरुआत हुई। बेनौलिम में समुद्र के किनारे ताज एक्सोटिका रिसॉर्ट में आयोजित इस स्वागत समारोह में बिलावल भुट्टो जरदारी ने भी भाग लिया।
हालांकि, बिलावल के साथ पाकिस्तान से आए कुछ अधिकारियों ने दावा किया कि जयशंकर ने अन्य नेताओं की तरह अपने पाकिस्तानी समकक्ष से हाथ मिलाया, लेकिन भारत की ओर से इस बात को लेकर कोई पुष्टि नहीं की गई। इससे पहले, विदेश मंत्रालय में पाकिस्तान-अफगानिस्तान-ईरान प्रभाग के प्रमुख संयुक्त सचिव जे पी सिंह ने गोवा में एयरपोर्ट पर पाकिस्तान के विदेश मंत्री की अगवानी की।