चंडीगढ़, 16 जून (The News Air)
पंजाब के मोहाली में कच्चे अध्यापक सैंकड़ों की संख्या में पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड की 7वीं मंज़िल पर शिक्षा सचिव का घेराव करने के लिए पहुंच गए हैं। उनमें से 5 अध्यापकों ने पेट्रोल की बोतलें लेकर मंज़िल के शिखर पर पहुंचे हुई है। कच्चे अध्यापकों का कहना है कि अगर उनकी मांगे पूरी न हुई तो इमारत से कूदकर आत्महत्या कर लेंगे। जानकारी यह भी मिली है कि मोहाली में अध्यापक यूनियन द्वारा किए जा रहा प्रदर्शन के दौरान एक महिला अध्यापक ने सल्फास की गोली तक खा ली, जिससे चंडीगढ़ के Fortis Hospital में इलाज हेतु भर्ती करवाया गया है।
इमारत पर चढ़े सैंकड़ों अध्यापकों का कहना है कि यदि हमारी मांगों को स्वीकार नहीं किया गया तो वह अपने आप को आग लगा कर आत्मदाह कर लेंगे। उन्होंने प्रशासन को यह भी कहा कि यदि हमें ज़बरदस्ती इमारत से नीचे उतारने की कोशिश की तो वह अपने साथ सल्फास की गोलियां भी लेकर आए हैं। जिसकी ज़िम्मेदारी प्रशासन की होगी।
इमारत की छत पर गए अध्यापक फ़ोन के ज़रिये संबोधन कर रहे हैं कि यदि आधे घंटे तक उनकी मांगों को स्वीकार नहीं किया गया तो वह इमारत से छलांग मार कर आत्महत्या कर लेंगे। उन्होंने यह भी कहा है कि हमारी शिक्षा मंत्री से बात करवाई जाए, अब हम बहानों के साथ मानने वाले नहीं हैं। उन्होंने बताया कि वह 18-18 साल से काम कर रहे हैं परन्तु उनका वेतन सिर्फ़ अब भी 6,000 रुपए ही है। उधर इस पूरी घटना के बारे में डीजीपी को सूचित कर दिया गया है।
गौरतलब है कि बीते कल शिक्षामंत्री विजय इंद्र सिंगला के साथ अध्यापकों की होने वाली मीटिंग रद्द कर दी गई थी। आगामी मीटिंग 22 जून को निश्चित की गई थी। जिसके बाद गुस्से में आए अध्यापकों को आज यह एक्शन लेना पड़ा। अध्यापकों ने कहा कि वह किसी भी छोटे अधिकारी से बात नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि वह आज मीटिंग का समय लेने नहीं आए, तुरंत मीटिंग करके किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंच जाते तब तक हम यहां से नहीं उठेंगे।
कच्चे अध्यापक पिछले लम्बे समय से अपने पक्के होने की मांग कर रहे हैं। अध्यापकों ने कहा कि चुनाव से पहले कैप्टन अमरिंदर सिंह ने वायदा किया था कि वह सरकार में आते ही उनको पक्का कर देंगे, परन्तु आज 4 साल से अधिक का समय बीत गया उनको अभी तक पक्का नहीं किया गया।