Ludhiana West By-Election : लुधियाना वेस्ट उपचुनाव (Ludhiana West By-Election) से पहले कांग्रेस (Congress) को एक बड़ा राजनीतिक झटका लगा है, क्योंकि पार्टी के वरिष्ठ नेता सुनील कपूर (Sunil Kapoor) ने कांग्रेस छोड़कर आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) का दामन थाम लिया है। कपूर के ‘आप’ में शामिल होने से पार्टी को न केवल स्थानीय स्तर पर मजबूती मिली है बल्कि यह उपचुनाव में मनोवैज्ञानिक बढ़त भी दिला सकता है।
मंगलवार शाम को आयोजित एक जनसभा में आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान (Bhagwant Mann) की मौजूदगी में सुनील कपूर को पार्टी में औपचारिक तौर पर शामिल किया गया। इस मौके पर सांसद डॉ. राजकुमार चब्बेवाल (Dr. Rajkumar Chabbewal), पंजाब आप अध्यक्ष अमन अरोड़ा (Aman Arora) और लुधियाना वेस्ट से आप उम्मीदवार संजीव अरोड़ा (Sanjeev Arora) समेत कई वरिष्ठ नेता मंच पर उपस्थित थे।
सुनील कपूर पंजाब के एक प्रतिष्ठित राजनीतिक परिवार से ताल्लुक रखते हैं। वे पंजाब सरकार के पूर्व कैबिनेट मंत्री और तीन बार लुधियाना वेस्ट (Ludhiana West) से विधायक रह चुके स्वर्गीय लाला सरदारी लाल कपूर (Lala Sardari Lal Kapoor) के पोते हैं, जिन्हें पंजाब का महात्मा गांधी (Mahatma Gandhi of Punjab) कहा जाता है। उन्होंने राज्य की राजनीति में उल्लेखनीय योगदान दिया था।
राजनीतिक विशेषज्ञ मानते हैं कि कपूर परिवार का लुधियाना (Ludhiana) की राजनीति में आज भी व्यापक प्रभाव है। उनकी पत्नी लुधियाना नगर निगम (Ludhiana Municipal Corporation) की पूर्व पार्षद रह चुकी हैं, जिससे क्षेत्र में परिवार की लोकप्रियता और भी अधिक बनी हुई है। सुनील कपूर की इस राजनीतिक पारी के बदलाव से 19 जून को होने वाले उपचुनाव में आप उम्मीदवार को लाभ मिल सकता है।
यह घटनाक्रम कांग्रेस के लिए मुश्किलें खड़ी कर सकता है, खासकर तब जब पार्टी पहले से ही उपचुनाव की रणनीति को लेकर असमंजस में दिख रही है। कपूर के आम आदमी पार्टी में जाने से लुधियाना वेस्ट सीट पर मुकाबला और भी रोचक और कड़ा हो गया है। अब देखना होगा कि जनता इस नए राजनीतिक समीकरण को कितना समर्थन देती है।






