चंडीगढ़, 11 जनवरी (The News Air) शिरोमणि अकाली दल (एसएडी) के अध्यक्ष सुखबीर बादल ने पार्टी और बादल परिवार के खिलाफ साजिश के तहत जानबूझकर मानहानि का आरोप लगाते हुए गुरुवार को मुकदमा दायर कर पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान से एक करोड़ रुपये के मुआवजे की मांग की है।
एसएडी अध्यक्ष ने इस संबंध में इस वकील के माध्यम से मुक्तसर में सिविल जज की अदालत में एक सिविल मुकदमा दायर किया और 2.29 लाख रुपये की कोर्ट फीस भी जमा की।
मुकदमे में दावा किया गया है कि मुख्यमंत्री ने 1 नवंबर 2023 को दावा किया कि पंजाब का कीमती पानी वादी और उसके परिवार द्वारा एक निजी नहर का निर्माण करके हरियाणा के बालासर गांव में उनकी कृषि भूमि पर ले जाया गया।
इसमें कहा गया है कि मान ने मामले के वास्तविक तथ्यों को जानने के बावजूद यह बयान दिया और ऐसा जानबूझकर किया, यह जानते हुए कि उनके पद के कारण इसका व्यापक प्रभाव पड़ेगा। मुकदमे में कहा गया कि मामले के वास्तविक तथ्य यह हैं कि बादल और उनके एसएडी ने पानी की प्रत्येक बूंद को बचाने के लिए अथक संघर्ष किया, जबकि मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (आप) ने राजनीतिक लाभ लेने के लिए हरियाणा में नदियों के पानी के संबंध में प्रतिकूल रुख अपनाया था।
बादल ने अपने मुकदमे में कहा कि मान नियमित रूप से उनके खिलाफ झूठे, निराधार और अपमानजनक बयान दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने उन्हें और बादल परिवार को अत्यधिक भ्रष्ट लोगों के रूप में चित्रित किया है, जिन्होंने पंजाब को लूटा है। इसके अलावा उन्हें सिख विरोधी और पंजाब विरोधी भी बताया है।
बादल ने कहा, “यह सब मुख्यमंत्री की अपने राजनीतिक आकाओं के साथ मिलकर पूर्व नियोजित साजिश के तहत किया गया है।”
बाद में मीडिया से बात करते हुए बादल ने मान पर झूठ बोलने की आदत डालने और यहां तक कि झूठ की राजनीति करने का आरोप लगाया।
उन्होंने कहा, “अब उन्हें हिसाब देना होगा और उन्हें अदालत में पेश होकर अपने झूठ का स्पष्टीकरण देना होगा। हम उन्हें मुख्यमंत्री के रूप में अपने पद का दुरुपयोग करके बदनामी करने नहीं देंगे।”