Dhirendra Shastri on Gyanvapi Mosque: एक तरफ ASI के द्वारा ज्ञानवापी में लगातार सर्वे चल रहा है दूसरी तरफ सर्वे को लेकर दोनों पक्षों के द्वारा बयानबाजी भी चल रही है। इसी बीच कथा वाचक पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने भी ज्ञानवापी को लेकर बड़ा बयान दे दिया है। धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि ज्ञानवापी को मस्जिद कहना बंद होना चाहिए। वह शिवमंदिर है इसलिए उसे मस्जिद नहीं कहा जाना चाहिए। बाबा बागेश्वर ने कहा कि ज्ञानवापी जब एक शिवमंदिर है इसलिए उसे ज्ञानवापी मस्जिद कहा जाना बंद होना चाहिए। हम सनातनी सबको साथ लेकर चलने वाले हैं। उन्होंने यह भी कहा कि नूंह जैसी घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। धीरेंद्र शास्त्री ने कहा, ‘ज्ञानवापी को मस्जिद कहना बंद कीजिए, वह शिव मंदिर है। देश का दुर्भाग्य है कि नूंह जैसी घटना हुई है। देश के हिंदुओं को ऐसा दिन देखना पड़ रहा है।’
42 सदस्यीय टीम कर रही जांच
बताते चलें,वाराणसी के ज्ञानवापी मस्जिद में सोमवार को भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) द्वारा सर्वे का काम जारी है। ज्ञानवापी मस्जिद में सर्वे के दौरान सावन के पांचवें सोमवार के चलते वहां सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। ज्ञानवापी मस्जिद परिसर सर्वेक्षण मामले में हिंदू पक्ष का प्रतिनिधित्व कर रहे वकील विष्णु शंकर जैन ने कहा यह सोचना गलत है कि हर दिन कुछ नया मिलेगा क्योंकि संरचना और वास्तुकला का विस्तृत वैज्ञानिक अध्ययन हो रहा है। जब ASI रिपोर्ट आएगी, तब हमें निष्कर्ष पता चलेगा…ASI की रिपोर्ट में सब कुछ आ जाएगा। पूरे परिसर का सर्वे हो रहा है। ASI ने अपनी 42 सदस्यीय टीम को बांटा है।
तीन गुंबदों और मुख्य हॉल पर रहा फोकस
इससे पहले तीसरे दिन सर्वे का फोकस मस्जिद के तीन गुंबदों और मुख्य हॉल पर रहा। गुंबदों के नीचे बने शंकुकार स्ट्र्क्चमर के अलावा मस्जिद सभागार के एक हिस्सेप में दिखे ताखों और अन्यअ संरचनाओं की हर पहलू से जांच के साथ मैपिंग की गई।गौरतलब है कि इलाहाबाद हाई कोर्ट के आदेश के बाद से एएसआई की टीम ज्ञानवापी मस्जिद में लगातार सर्वे कर रही है। इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने शनिवार को एएसआई सर्वे पर रोक लगाने वाली मुस्लिम पक्ष की अपील को खारिज कर दिया था।