The News Air- (चंडीगढ़) पंजाब में विधानसभा चुनाव की तैयारियां तेज़ हो गई हैं। इस बार 117 विधानसभा सीटों पर 2.09 करोड़ वोटर मतदान करेंगे। जिनमें 99 लाख महिला वोटर हैं। इस बार 24,689 बूथ बनाए गए हैं। पिछली बार के मुक़ाबले क़रीब 1400 बूथ बढ़ाए गए हैं ताकि कोविड के ख़तरे को देखते हुए एक बूथ पर 1200 मतदाता वोट कर सकेंगे।
कोविड पॉजिटिव मरीज़ भी मतदान कर सकेंगे। उन्हें बैलेट पेपर उपलब्ध कराया जाएगा। उनका वोट लेने के लिए चुनाव आयोग की टीम PPE किट पहनकर उनके घर जाएगी। सोमवार को पंजाब के मुख्य चुनाव अफ़सर डॉ. एस. करूणा राजू ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि फ़िलहाल पंजाब में 700 कंपनियों की रिक्वायरमेंट आई है, जिस पर दोबारा विचार हो रहा है।
किसान आंदोलन चलता तो 1054 कंपनियों की थी मांग
पंजाब में चुनाव के दौरान सख़्त सुरक्षा रहेगी। जब किसान आंदोलन चल रहा था तो पंजाब से पैरामिलिट्री फोर्स के लिए 1,054 कंपनियों की मांग की गई थी। हालांकि अब आंदोलन ख़त्म हो गया, इसलिए नए सिरे से 700 कंपनियों की मांग हुई है। हालांकि मुख्य चुनाव अफ़सर से इसे चुनाव आयोग को भेजा जाना बाक़ी है। डॉ. राजू ने कहा कि इस बारे में लॉ एंड ऑर्डर के नोडल अफ़सर से मीटिंग कर अंतिम फ़ैसला लिया जाएगा।
पंजाब में 3.08 लाख हथियार
पंजाब में 3 लाख 8 हज़ार लाइसेंसी हथियार हैं। डॉ. राजू ने कहा कि इसमें से क़रीब 95% हथियार जमा कराया जाएगा। जिसकी प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। बाक़ी 5% सिक्योरिटी स्टॉफ और ज़रूरी काम की वजह से जमा नहीं हो पाते। हालांकि इस पर अंतिम फ़ैसला ज़िला स्तर पर DC की अगुवाई में बनी कमेटी लेगी।
पड़ोसी राज्यों के बॉर्डर पर होगी सख़्ती
डॉ. राजू ने कहा कि पड़ोसी राज्यों के बॉर्डर पर सख़्ती की जाएगी। बॉर्डर से शराब और क्रिमिनल के आने-जाने की संभावना बनी रहती है। इसलिए हरियाणा, पंजाब और हिमाचल प्रदेश के बॉर्डर ज़िलों से इस बारे में मीटिंग होगी। पंजाब के डिविजनल कमिश्नरों को यह ज़िम्मेदारी सौंपी गई है।
बैंक ट्रांजैक्शन पर रहेगी नज़र
इस दौरान बैंक की ट्रांजैक्शन पर नज़र रहेगी। डॉ. राजू ने कहा कि जिसके अकाउंट में पिछले कुछ सालों में ज़्यादा लेन-देन नहीं हुआ लेकिन अचानक यह बढ़ा तो उसकी जांच की जाएगी। इसके लिए इनकम टैक्स, एक्साइज़, जीएसटी, बैंक और NCB के साथ इनकम टैक्स का इंटेलिजेंस विंग भी काम करेगा।
पोलिंग स्टॉफ को वैक्सीन की डबल डोज़ लगेगी
चुनाव के दौरान अगर किसी मतदाता का तापमान ज़्यादा आया तो उन्हें आइसोलेशन रूम में रखा जाएगा। हालांकि वह अंत में वोट डाल सकेंगे। इसके अलावा पोलिंग स्टॉफ को वैक्सीन की डबल डोज़ लगाई जाएगी। काफ़ी स्टॉफ को लगी हुई है, जो बचे हैं उनके लिए स्पेशल कैंप लगाए जाएंगे। इसके अलावा कोविड बढ़ने या ओमिक्रॉन का ख़तरा हुआ तो राजनीतिक दलों को रैलियों में चुनाव आयोग के नियम का पालन करना पड़ेगा।