Share Market Update : वैश्विक बाजारों में मिलेजुले रुझान के बीच स्थानीय स्तर पर धातु एवं बैंकिंग शेयरों में मुनाफावसूली से सोमवार को मानक सूचकांक सेंसेक्स 523 अंक यानी 0.73 प्रतिशत लुढ़क गया। वहीं निफ्टी भी 166.45 अंक यानी 0.76 प्रतिशत टूटकर 21,616.05 अंक पर बंद हुआ। सेंसेक्स के समूह में शामिल कंपनियों में से टाटा स्टील को सर्वाधिक 2.76 प्रतिशत का नुकसान उठाना पड़ा।
बीएसई का 30 शेयरों पर आधारित सूचकांक सेंसेक्स उतार-चढ़ाव भरे कारोबार में 523 अंक यानी 0.73 प्रतिशत की गिरावट के साथ 71,072.49 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान सेंसेक्स ने 71,756.58 अंक के ऊपरी और 70,922.57 अंक के निचले स्तर को भी छुआ। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी भी 166.45 अंक यानी 0.76 प्रतिशत टूटकर 21,616.05 अंक पर बंद हुआ। सेंसेक्स के 30 में से 22 शेयर नुकसान के साथ बंद हुए जबकि निफ्टी के 50 में से 34 शेयरों में गिरावट रही।
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, एक्सचेंज मार्जिन जरूरतें बढ़ने से खासकर छोटे एवं मझोले शेयरों में गिरावट की स्थिति रही। औषधि और सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) क्षेत्रों के अलावा व्यापक बिकवाली रही और इस दौरान सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों को खासी मशक्कत करनी पड़ी। सेंसेक्स के समूह में शामिल कंपनियों में से टाटा स्टील को सर्वाधिक 2.76 प्रतिशत का नुकसान उठाना पड़ा जबकि एनटीपीसी में 2.72 प्रतिशत एवं एसबीआई में 2.26 प्रतिशत की गिरावट रही।
इनके अलावा निजी क्षेत्रों के बैंकों- इंडसइंड, कोटक महिंद्रा, एचडीएफसी बैंक और आईसीआईसीआई बैंक में भी गिरावट दर्ज की गई। दूसरी तरफ विप्रो, एचसीएल टेक, महिंद्रा एंड महिंद्रा और नेस्ले के शेयर लाभ के साथ बंद हुए। मुनाफावसूली के बीच बीएसई स्मॉलकैप 3.16 प्रतिशत तक गिर गया, जबकि मिडकैप में 2.62 प्रतिशत और लार्जकैप में 0.90 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई।
क्षेत्रवार सूचकांकों के स्तर पर यूटिलिटी खंड में सर्वाधिक 3.60 प्रतिशत की गिरावट रही। इसके अलावा रियल्टी खंड में 3.01 प्रतिशत और ऊर्जा खंड में 2.90 प्रतिशत का नुकसान रहा। नायर ने कहा, मजबूत आर्थिक पूर्वानुमान के बावजूद कंपनियों का परिचालन मार्जिन कम रहने की वजह से उनका तिमाही मुनाफा सुस्त रहने की आशंका है। व्यापक बाजार के लिए प्रीमियम मूल्यांकन को कायम रख पाना एक चुनौती बन रहा है।
व्यापक बाजार में एनएचपीसी के शेयरों में 15.81 प्रतिशत की बड़ी गिरावट देखने को मिली। दिसंबर तिमाही में एनएचपीसी का लाभ 19 प्रतिशत घटने की सूचना आने के बाद इसके शेयरों में बिकवाली का दबाव देखा गया। एलकेपी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ तकनीकी विश्लेषक रूपक डे ने कहा, निफ्टी में आई गिरावट बाजार में निराशावाद बढ़ने का संकेत देती है। कारोबार का दैनिक चार्ट तेजी की धारणा में आ रही गिरावट को दर्शाता है।
एशिया के अन्य बाजारों में जापान का निक्की और चीन का शंघाई कंपोजिट बढ़त के साथ बंद हुए, जबकि हांगकांग का हैंगसेंग गिरावट पर रहा। यूरोप के बाजारों में मिलाजुला रुख देखने को मिल रहा है। फ्रांस और जर्मनी के बाजार में तेजी का माहौल है जबकि लंदन एक्सचेंज में गिरावट की स्थिति है। इस बीच, अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.50 प्रतिशत गिरकर 81.78 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया। शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने शुक्रवार को 141.95 करोड़ रुपए के शेयरों की लिवाली की थी। (भाषा)