अमृतसर, 25 दिसंबर (The News Air) : शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) के प्रधान एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी को श्री अकाल तख्त साहिब की ओर से धार्मिक सजा सुनाई गई है। यह सजा बीबी जागीर कौर के खिलाफ अपशब्दों का इस्तेमाल करने के कारण दी गई है। इस घटना के बाद धार्मिक और सिख संगठनों के बीच काफ़ी विवाद देखने को मिला।
ਸ਼੍ਰੋਮਣੀ ਗੁਰਦੁਆਰਾ ਪ੍ਰਬੰਧਕ ਕਮੇਟੀ ਦੇ ਪ੍ਰਧਾਨ ਐਡਵੋਕੇਟ ਹਰਜਿੰਦਰ ਸਿੰਘ ਧਾਮੀ ਬੀਤੇ ਦਿਨੀਂ ਬੀਬੀ ਜਗੀਰ ਕੌਰ ਨੂੰ ਬੋਲੇ ਗਏ ਅਪਸ਼ਬਦਾਂ ਦੇ ਮਾਮਲੇ ਵਿੱਚ ਸ੍ਰੀ ਅਕਾਲ ਤਖ਼ਤ ਸਾਹਿਬ ਦੇ ਜਥੇਦਾਰ ਗਿਆਨੀ ਰਘਬੀਰ ਸਿੰਘ ਦੇ ਆਦੇਸ਼ ਅਨੁਸਾਰ ਅੱਜ ਸ੍ਰੀ ਅਕਾਲ ਤਖ਼ਤ ਸਾਹਿਬ ਵਿਖੇ ਪੰਜ ਪਿਆਰਿਆਂ ਦੇ ਸਨਮੁਖ ਪੇਸ਼ ਹੋਏ। ਇਸ ਦੌਰਾਨ ਪੰਜ ਪਿਆਰਿਆਂ ਨੇ… pic.twitter.com/GUK1jUm1ux
— Shiromani Gurdwara Parbandhak Committee (@SGPCAmritsar) December 25, 2024
क्या है पूरा मामला? : बीते दिनों SGPC प्रधान हरजिंदर धामी ने बीबी जागीर कौर के खिलाफ सार्वजनिक तौर पर कुछ आपत्तिजनक शब्द कहे थे। यह मामला तब तूल पकड़ गया जब धार्मिक संगठनों और SGPC सदस्यों ने इसे सिख मर्यादा के खिलाफ बताया।
मामले को सुलझाने के लिए श्री अकाल तख्त साहिब ने पांच प्यारों के जरिए इस विवाद पर फैसला सुनाया।
धार्मिक सजा के आदेश : श्री अकाल तख्त साहिब ने हरजिंदर धामी को धार्मिक सेवा की सजा सुनाई। आदेश के अनुसार:
- एक घंटा जोड़ा घर (जूतों की सेवा) में सेवा।
- एक घंटा लंगर में बर्तन साफ करने की सेवा।
- पाँच जपजी साहिब के पाठ।
- 500 रुपए की देग (पवित्र भोग) अर्पित कर अरदास।
धार्मिक सजा का यह आदेश सिख मर्यादा और सेवा भावना के महत्व को दोहराने के उद्देश्य से दिया गया।
धामी ने मांगी माफी: धार्मिक सजा सुनाए जाने के बाद, एडवोकेट हरजिंदर धामी ने अकाल तख्त के फैसले को स्वीकार करते हुए अपनी गलती के लिए माफी मांगी। उन्होंने कहा:
- “मैं अकाल तख्त साहिब के आदेश का पूरी श्रद्धा से पालन करूंगा। मेरी मंशा किसी की भावनाओं को आहत करने की नहीं थी।”
बीबी जागीर कौर का पक्ष : बीबी जागीर कौर ने कहा कि यह विवाद सिख धर्म की गरिमा से जुड़ा हुआ है। उन्होंने कहा:
- “सिख मर्यादा का पालन और एक-दूसरे के प्रति सम्मान रखना जरूरी है। मैं इस मामले में श्री अकाल तख्त साहिब के फैसले का सम्मान करती हूं।”
सिख समुदाय में संदेश : यह घटना सिख समुदाय के लिए एक महत्वपूर्ण संदेश लेकर आई है। धार्मिक सजा का यह उदाहरण दिखाता है कि सिख धर्म में मर्यादा, सेवा और माफी का कितना महत्व है।