Preity Zinta Army Background का खुलासा उनके जीवन की प्रेरणादायक कहानी को और भी खास बना देता है। बॉलीवुड (Bollywood) की डिंपल गर्ल मानी जाने वाली प्रीति जिंटा (Preity Zinta) का गहरा रिश्ता भारतीय सेना (Indian Army) से है। उनके पिता दुर्गानंद जिंटा (Durganand Zinta) सेना में अधिकारी थे, जबकि भाई दीपांकर (Deepankar) आज भी कमीशन प्राप्त अधिकारी हैं। जब वह मात्र 13 वर्ष की थीं, तब एक सड़क दुर्घटना में उनके पिता का निधन हो गया था, जिसने उनकी जिंदगी की दिशा ही बदल दी।
प्रीति ने अपनी स्कूली पढ़ाई शिमला (Shimla) के कॉन्वेंट ऑफ जीसस एंड मैरी (Convent of Jesus and Mary) से की और फिर सेंट बेड्स कॉलेज (St. Bede’s College) से उच्च शिक्षा प्राप्त की। उनका जन्म 31 जनवरी 1975 को हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) के शिमला में हुआ था। बचपन में अनुशासन और साहस की सीख उन्हें सेना के माहौल से मिली, जिसने उनकी सोच को स्वतंत्र बनाया।
उन्होंने 2004 में फिल्म ‘लक्ष्य’ (Lakshya) में एक पत्रकार की भूमिका निभाई थी, जिसकी पृष्ठभूमि भारतीय सेना पर आधारित थी। प्रीति मानती हैं कि सेना की परवरिश ने ही उन्हें यह किरदार बखूबी निभाने में मदद की।
प्रीति का लगाव पंजाब (Punjab) और पंजाबी संस्कृति (Punjabi Culture) से भी गहरा है। 2016 में उन्होंने जीन गुडइनफ (Gene Goodenough) से शादी की, जो भले ही विदेशी हैं लेकिन शादी पंजाबी रीति-रिवाजों (Punjabi Traditions) से ही हुई। शादी में उन्होंने पारंपरिक पटियाला सूट (Patiala Suit) और फुलकारी (Phulkari) पहनी थी, जो आज भी उनकी पहचान बन चुका है।
सिर्फ फिल्मों और क्रिकेट में ही नहीं, प्रीति समाजसेवा में भी आगे रही हैं। 2009 में उन्होंने एक साथ 34 लड़कियों को गोद लिया था और आज भी उनका पूरा खर्च खुद वहन करती हैं। महिलाओं की सुरक्षा को लेकर वह हमेशा मुखर रही हैं और एक बार उन्होंने सोशल मीडिया पर PM नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) को टैग कर रेप दोषियों को नपुंसक बनाने की मांग की थी।
प्रीति किंग्स इलेवन पंजाब (Kings XI Punjab) की सह-मालकिन भी हैं और मुल्लांपुर (Mullanpur) का पीसीए ग्राउंड (PCA Ground) उनकी टीम का होम ग्राउंड है। नया चंडीगढ़ (New Chandigarh) उनके लिए हमेशा से लकी रहा है। लगभग 20 साल पहले जब उनकी फिल्म ‘वीर ज़ारा’ (Veer Zaara) आई थी, तो उसकी शूटिंग भी यहीं हुई थी और उस फिल्म ने उनके करियर को नई उड़ान दी थी।
एक करोड़ रुपए की मदद शहीदों की पत्नियों को दान कर प्रीति ने यह भी दिखा दिया कि वह सिर्फ परदे पर ही नहीं, असल जिंदगी में भी नायिका हैं।