यानी अब आपके होम लोन से लेकर ऑटो और पर्सनल लोन सब कुछ महंगा हो जाएगा और आपको ज्यादा EMI भी चुकानी होगी। वहीं मंत्री निर्मला सीतारमण के 1 फरवरी को बजट पेश करने के बाद MPC की यह पहली बैठक है। वहीं लगातार छठी बार REPO रेट में बढ़ोतरी दर्ज की गई है।
जानकारी दें कि, मॉनेटरी पॉलिसी की मीटिंग हर दो महीने में होती है। इस वित्त वर्ष की पहली मीटिंग अप्रैल में हुई थी। तब RBI ने रेपो रेट को 4% पर स्थिर रखा था। लेकिन RBI ने दो और तीन मई को इमरजेंसी मीटिंग बुलाकर रेपो रेट को 0.40% बढ़ाकर 4.40% कर दिया था। ऐसे में कयास है वित्त वर्ष 2024 में महंगाई 4 % से ज्यादा रह सकती है और वित्त वर्ष 2023—24 में रियल जीडीपी 6.4% तक रह सकती है। वैसे भी RBI के रूस-यूक्रेन युद्ध के बाद ग्लोबल सप्लाई चेन में आई अड़चनों की वजह से पिछले साल मई से Repo Rate में 2.25% की वृद्धि कर चुका है।
नए वित्त वर्ष में ऐसी रह सकती है GDP
- नए वित्त वर्ष की पहली तिमाही में GDP अनुमान – 7.8%
- नए वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में GDP अनुमान – 6.2%
- नए वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में GDP अनुमान – 6%
- नए वित्त वर्ष की चौथी तिमाही में GDP अनुमान – 5.8%