Budget 2025 को लेकर देशभर में चर्चाएं हो रही हैं। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने मोदी सरकार (Modi Government) के बजट पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने इसे ‘गोली के घाव पर बैंड एड’ जैसा बताया। उनका कहना है कि भारतीय अर्थव्यवस्था (Indian Economy) संकट में है और सरकार को बड़े सुधारों (Major Economic Reforms) की जरूरत थी, लेकिन इस बजट में कोई ठोस समाधान नहीं दिख रहा।
वहीं, कांग्रेस (Congress) ने भी सरकार के चार इंजन वाले विकास मॉडल (Four Engine Development Model) पर तंज कसते हुए कहा कि यह बजट पूरी तरह पटरी से उतर चुका है। आइए जानते हैं कि राहुल गांधी और विपक्षी नेताओं ने बजट को लेकर क्या-क्या कहा।
राहुल गांधी ने बजट को बताया ‘गोली के घाव पर बैंड एड’
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर मोदी सरकार के बजट को लेकर कड़ी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा: “गोली के घाव पर बैंड एड! वैश्विक अनिश्चितता के बीच, हमारे आर्थिक संकट को हल करने के लिए बड़े बदलाव की आवश्यकता थी। लेकिन यह सरकार विचारों के मामले में दिवालिया हो चुकी है।”
राहुल गांधी का मानना है कि भारतीय अर्थव्यवस्था (Indian Economy) को मजबूती देने के लिए सरकार को ठोस नीतियां बनानी चाहिए, लेकिन इस बजट में केवल छोटे सुधार (Superficial Reforms) किए गए हैं, जिससे कोई खास बदलाव नहीं होगा।
कांग्रेस ने भी बजट पर कसा तंज
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने चार इंजन वाले विकास मॉडल की बात की, जिसमें कृषि (Agriculture), एमएसएमई (MSME – Micro, Small & Medium Enterprises), निवेश (Investment) और निर्यात (Exports) शामिल हैं। लेकिन कांग्रेस ने इस पर कटाक्ष करते हुए कहा कि इतने सारे इंजन होने के बावजूद बजट पूरी तरह से पटरी से उतर गया है।
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश (Jairam Ramesh) ने सोशल मीडिया पर लिखा: “वित्त मंत्री ने चार इंजनों की बात की – कृषि, एमएसएमई, निवेश और निर्यात। इतने सारे इंजन हैं कि बजट पूरी तरह से पटरी से ही उतर गया है!”
अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर भी उठाए सवाल
कांग्रेस ने बजट में किए गए परमाणु क्षति अधिनियम (Nuclear Liability Act, 2010) में संशोधन पर भी सवाल उठाए।
जयराम रमेश ने कहा कि जब डॉ. मनमोहन सिंह (Dr. Manmohan Singh) प्रधानमंत्री थे, तब अंतरराष्ट्रीय कंपनियां इस अधिनियम को कमजोर करना चाहती थीं, लेकिन अरुण जेटली (Arun Jaitley) के नेतृत्व में भाजपा ने इसका विरोध किया था। अब अमेरिका (USA) और डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) को खुश करने के लिए सरकार इसमें बदलाव कर रही है।
बजट भाषण के दौरान विपक्ष का विरोध
लोकसभा (Lok Sabha) में बजट पेश होने के दौरान विपक्षी दलों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी (Protests) की और कुछ समय के लिए सदन से बहिर्गमन (Walkout) किया।
क्या था विरोध का कारण?
29 जनवरी को कुंभ भगदड़ (Kumbh Stampede) में 30 लोगों की मौत हो गई थी, लेकिन सरकार ने इस पर कोई बयान नहीं दिया। इसी को लेकर विपक्ष ने बजट भाषण के दौरान विरोध दर्ज कराया। विपक्ष ने मांग की कि सरकार को इस मुद्दे पर जवाब देना चाहिए।
हालांकि, कुछ ही समय बाद विपक्षी नेता सदन में वापस लौट आए, लेकिन इस दौरान वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने अपना बजट भाषण जारी रखा।
Budget 2025 पर विपक्ष ने मोदी सरकार (Modi Government) को जमकर घेरा है। राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने इसे ‘गोली के घाव पर बैंड एड’ जैसा बताया, जबकि कांग्रेस ने इसे पटरी से उतरा हुआ बजट करार दिया। विपक्ष ने बजट में आर्थिक सुधारों की कमी (Lack of Economic Reforms) और जनता के लिए कोई ठोस योजना न होने को लेकर सरकार की आलोचना की।
हालांकि, सरकार का मानना है कि बजट में मध्यम वर्ग (Middle Class) और व्यापारियों को राहत दी गई है। ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि आगामी चुनावों में यह बजट सरकार के पक्ष में जाता है या विपक्ष को मजबूत करता है।