जब भड़के मीडिया पर
वहीं आज प्रेस कॉन्फ्रेंस में वे बहुत आक्रामक नाजाय आए और कुछ प्रेस रिपोर्टर्स को आड़े हाथों भी लिया। दरअसल आज हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में जब एक रिपोर्टर ने उनसे लंदन में दिए गए उनके भाषण को लेकर सवाल पूछा तो राहुल गांधी काफी गुस्से में भर गए। जैसे ही आज राहुल गांधी से पूछा गया कि संसद में आपसे BJP के नेता माफी मांगने के लिए बोल रहे थे तो आपने माफी क्यों नहीं मांगी। आप इस बारे में क्या सोचते हैं।
मैं गांधी हूं, सावरकर नहीं- राहुल
इस ज्वलंत सवाल के जवाब में राहुल गांधी ने बड़ा ही तल्ख़ जवाब दिया कि, “राहुल गांधी सोचता है कि मेरा नाम सावरकर नहीं है, मेरा नाम गांधी है। गांधी किसी से भी माफी नहीं मांगते हैं।’ उन्होंने इस बात पर जोर देते हुए कहा कि, ” सवाल पूछना बंद नहीं करूंगा। मोदी जी का अडाणी के साथ क्या रिश्ता है, शेल कंपनियों में 20 हजार करोड़ रुपये किसके हैं, ये सवाल पूछता रहूंगा। इन लोगों से मुझे कोई डर नहीं लगता। ये सोचते हैं कि अयोग्य ठहराकर, डराकर, जेल में डालकर आवाज बंद करा सकते हैं, तो यह नहीं होगा, मेरे ऐसा इतिहास नहीं है।” उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि, “मैं हिंदुस्तान के लोकतंत्र के लिये लड़ रहा हूं, आगे भी लड़ता रहूंगा। मैं किसी चीज से नहीं डरता हूं। यह सच्चाई है।”
जानकारी हो कि, केरल की वायनाड संसदीय सीट का प्रतिनिधित्व कर रहे राहुल गांधी को सूरत की एक अदालत द्वारा वर्ष 2019 के मानहानि के एक मामले में सजा सुनाये जाने के मद्देनजर शुक्रवार को लोकसभा की सदस्यता के लिए अयोग्य ठहरा दिया गया। लोकसभा सचिवालय की ओर से जारी अधिसूचना में कहा गया है कि उनका अयोग्यता संबंधी आदेश 23 मार्च से प्रभावी होगा।
वहीं इस अधिसूचना में कहा गया है कि उन्हें (राहुल गांधी) संविधान के अनुच्छेद 102 (1) और जन प्रतिनिधित्व अधिनियम 1951 की धारा 8 के तहत अयोग्य घोषित किया गया है। उल्लेखनीय है कि सूरत की एक अदालत ने “मोदी उपनाम” संबंधी टिप्पणी को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी के खिलाफ 2019 में दर्ज आपराधिक मानहानि के एक मामले में उन्हें बृहस्पतिवार को दोषी ठहराया तथा दो साल कारावास की सजा सुनाई।