EVM Election Fraud : कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे (Mallikarjun Kharge) ने एक बार फिर इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM) के जरिए कराए जा रहे चुनावों पर बड़ा सवाल खड़ा किया है। अहमदाबाद (Ahmedabad) में आयोजित कांग्रेस अधिवेशन (Congress Convention) में बोलते हुए उन्होंने कहा कि भारत में ईवीएम (EVM) के माध्यम से हो रहे चुनाव पूरी तरह से धोखाधड़ी (Fraud) हैं और दुनिया के अधिकांश देशों ने बैलेट पेपर (Ballot Paper) पर वापसी कर ली है। उन्होंने स्पष्ट कहा कि अब समय आ गया है कि भारत भी बैलेट पेपर की ओर लौटे।
महाराष्ट्र (Maharashtra) विधानसभा चुनाव में मिली हार की पीड़ा को साझा करते हुए खरगे ने आरोप लगाया कि राज्य में फ्रॉड करके भारतीय जनता पार्टी (BJP) को जिताया गया। उन्होंने कहा कि विपक्ष को हराने के लिए पूरी साजिश रची गई थी। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि भारत के लोकतंत्र को खत्म करने का सुनियोजित प्रयास किया जा रहा है और सत्तारूढ़ दल ने ऐसी तकनीक तैयार कर ली है जिससे विपक्ष को हर हाल में नुकसान पहुंचता है।
खरगे ने यह भी कहा कि पूरी दुनिया आज बैलेट पेपर की ओर लौट रही है, लेकिन भारत में हम अब भी ऐसी मशीनों से चुनाव करा रहे हैं जिनपर जनता का विश्वास नहीं है। उन्होंने इसे लोकतंत्र के लिए खतरनाक बताते हुए बंद करने की मांग की।
उन्होंने कहा, “हम आज़ादी की दूसरी लड़ाई लड़ रहे हैं। फर्क इतना है कि पहले विदेशियों को फायदा होता था, अब सरकार को हो रहा है।” खरगे (Kharge) ने आरोप लगाया कि सरकार देश में एकाधिकार (Monopoly) स्थापित कर रही है और आम जनता की संपत्ति अपने अमीर मित्रों (Wealthy Friends) को हस्तांतरित की जा रही है।
AICC अधिवेशन (AICC Convention) में बोलते हुए उन्होंने कहा कि सरकार सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों को बेचकर देश को धीरे-धीरे निजी हाथों में सौंप रही है। उन्होंने कहा, “जिस तरह से सब कुछ उनके दोस्तों को सौंपा जा रहा है, वह दिन दूर नहीं जब मोदी (Modi) देश को ही बेच देंगे।” खरगे ने आरोप लगाया कि सरकार आरक्षण की प्रणाली को भी खत्म करने की ओर बढ़ रही है, जिससे वंचित वर्गों को उनका हक नहीं मिल रहा।
उन्होंने कहा कि सरकार के पास इतनी तकनीक है कि वह चुनावों को अपने पक्ष में मोड़ सकती है। बीजेपी (BJP) ने पिछले 11 वर्षों में संविधान (Constitution) पर बार-बार हमला किया है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी (Rahul Gandhi) जैसे नेता को लोकसभा में बोलने नहीं दिया गया, जबकि वक्फ संशोधन जैसे विधेयकों पर देर रात तक बहस कराई जाती है।
खरगे ने दावा किया कि सरकार मणिपुर (Manipur) पर चर्चा से बचती रही और जनता को सच्चाई से दूर रखा गया। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र धीरे-धीरे समाप्त हो रहा है और सरकार द्वारा अमेरिकी टैक्स जैसे बड़े मुद्दों को संसद में उठाने नहीं दिया जा रहा है।
उन्होंने आरोप लगाया कि गरीबों को मिलने वाला आरक्षण छिन रहा है क्योंकि सार्वजनिक कंपनियों को बेचने के बाद आरक्षण की व्यवस्था खत्म हो जाएगी। उन्होंने कहा, “अगर यही चलता रहा तो एक दिन यह सरकार देश बेचकर ही जाएगी।”
अंत में खरगे ने हरियाणा (Haryana) चुनावों का जिक्र करते हुए कहा कि वहां भी फ्रॉड हुआ लेकिन महाराष्ट्र जैसा नहीं। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग से लेकर संसद तक सरकार अपने प्रभाव का विस्तार कर रही है, और यह लोकतंत्र के लिए बेहद खतरनाक संकेत है। उन्होंने विपक्ष से एकजुट होकर इस तंत्र के खिलाफ लड़ने की अपील की।