पटियाला, 26 दिसंबर (The News Air): पंजाब के खनौरी बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन ने एक नया मोड़ ले लिया है। मरणव्रत पर बैठे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने मेडिकल ट्रीटमेंट लेने से इनकार करते हुए साफ कर दिया है कि उनकी लड़ाई तब तक जारी रहेगी, जब तक किसानों की मांगें मानी नहीं जातीं।
डल्लेवाल की बिगड़ती हालत : डॉक्टरों के मुताबिक, डल्लेवाल की स्थिति दिन-ब-दिन चिंताजनक होती जा रही है। किसान नेताओं ने इस पर गंभीर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि पंजाब सरकार को केंद्र सरकार पर दबाव बनाना चाहिए।
पंजाब बंद की तैयारियां तेज : संघर्ष के कन्वीनर सरवन सिंह पंधेर ने बताया कि 30 दिसंबर को पंजाब बंद के आह्वान के लिए तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। इसके तहत:
- 26 दिसंबर को अहम बैठक का आयोजन किया जाएगा।
- 27 दिसंबर को किसानों और मजदूरों द्वारा पूरे पंजाब में जागरूकता मुहिम चलाई जाएगी।
- गांवों और शहरों में रैलियां निकाली जाएंगी और दुकानदारों से समर्थन मांगा जाएगा।
देशव्यापी समर्थन : किसान नेताओं का दावा है कि आंदोलन अब राष्ट्रीय स्तर पर पहुंच चुका है। देशभर में कैंडल मार्च निकाले जा रहे हैं, जो आंदोलन के प्रति जनता का समर्थन दर्शाते हैं।
डल्लेवाल की अपील और किसान आंदोलन का मकसद : जगजीत सिंह डल्लेवाल ने अपने मरणव्रत के जरिए स्पष्ट किया है कि यह लड़ाई सिर्फ पंजाब तक सीमित नहीं है। वे चाहते हैं कि किसानों के अधिकार और मुद्दों को केंद्र सरकार जल्द से जल्द हल करे।
मोदी सरकार तक पहुंचेगा रोष : किसान संगठनों ने ऐलान किया है कि पंजाब बंद का असर पूरे राज्य में दिखेगा और केंद्र सरकार को मजबूर किया जाएगा कि वह उनकी मांगों पर ध्यान दे।