चंडीगढ़ (The News Air) पूर्व केंद्रीय रेल मंत्री एवं कांग्रेस नेता पवन कुमार बंसल के बेटों की कंपनी के चार कनाल के प्लॉट पर राजनीति शुरू हो गई है। क्योंकि चंडीगढ़ के सेक्टर-17 थाना पुलिस ने बंसल परिवार की कंपनी दियोन फार्मास्यूटिकल के खिलाफ IPC की विभिन्न धाराओं साजिशन धोखाधड़ी के तहत केस दर्ज किया है।

इंडस्ट्रियल फेस-2 रामदरबार स्थित बंसल परिवार का विवादित प्लॉट
दरअसल, कांग्रेसी नेता पवन बंसल परिवार की कंपनी दियोन कंपनी का चंडीगढ़ के इंडस्ट्रियल एरिया फेस-2, रामदरबार में प्लॉट नंबर- 29/4 ऑटोवॉग नाम से है। इस प्लॉट को बंसल परिवार ने पूरी कीमत देकर खरीदा। लेकिन इसके बाद करीब आधा दर्जन लोग एस्टेट ऑफिस में प्लॉट संबंधी अलग-अलग दस्तावेज व वसीयत लेकर पहुंच गए और प्लॉट पर अपना मालिकाना हक जताया। उक्त प्लॉट में वर्तमान में मारुति एनेक्सा कंपनी की एजेंसी चलाई जा रही है।
एस्टेट ऑफिसर हैं शिकायतकर्ता
मामले में एस्टेट ऑफिस के अफसर राजीव गुलाटी द्वारा चंडीगढ़ पुलिस को 11 जनवरी 2023 को उक्त प्लॉट को विवादित बताते हुए शिकायत दी। चंडीगढ़ पुलिस को प्लॉट के असल वारिस की पहचान करने के संबंध में शिकायत दी। लेकिन पुलिस ने तुरंत केस दर्ज न कर एफआईआर दर्ज करने के लिए सात महीने लगा दिए। अब जब साल 2024 के चुनाव नजदीक हैं तो ऐसे में केस दर्ज कर लिया गया है।
कंपनी में पूर्व मंत्री व कारोबारियों के बेटे हैं डायरेक्टर
दियोन कंपनी में पूर्व मंत्री एवं कांग्रेस नेता पवन कुमार बंसल के दो बेटे डायरेक्टर हैं। उनके अलावा शहर के कई बड़े-बड़े कारोबारियों के बेटे भी डायरेक्टर हैं। बंसल परिवार द्वारा पूरा कलेक्टर रेट देकर पूरी कीमत पर प्लॉट खरीदा गया। बंसल परिवार के पजेशन लेने के तुरंत बाद प्लॉट के कई वारिस सामने आए। एक के बाद एक करीब छह लोग एस्टेट ऑफिस पहुंचे। उन्होंने प्लॉट की GPA को गलत बताते हुए अपने नाम होने का दावा किया।
प्लॉट के असल मालिक की हो चुकी मौत
दरअसल, मुख्तियार सिंह नामक व्यक्ति के नाम पर उक्त प्लॉट अलॉट हुआ था। लेकिन मुख्तियार सिंह की मौत हो चुकी है और उसके बाद प्लॉट के करीब छह वारिस खड़े हुए। प्लॉट पर दावा करने वाले सभी लोगों ने रजिस्टर्ड और गैर रजिस्टर्ड वसीयत व कागज जमा करवाए हैं। सभी ने दावा किया है कि मुख्तियार सिंह मौत से पहले उन्हें दे गया था।
दियोन कंपनी के नाम ट्रांसफर हुआ प्लॉट
हैरत की बात यह है कि उक्त प्लॉट को बंसल परिवार की कंपनी दियोन फार्मास्यूटिकल के नाम पर सीधा ट्रांसफर कर दिया गया था। लेकिन इससे पहले एस्टेट ऑफिस या किसी अन्य एजेंसी द्वारा यह पड़ताल ही नहीं की गई कि जिन किन्हीं लोगों ने प्लॉट पर अपना दावा किया, वह कितना सही है और कितना नहीं।
चुनावी फायदा लेने के मकसद से एफआईआर का खेल
मामले के उजागर होने पर चर्चाएं हैं कि इस केस में पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं कांग्रेस नेता पवन कुमार बंसल के परिवार उनके बेटों का नाम है। इसी कारण चंडीगढ़ पुलिस से केस दर्ज कराया गया है, ताकि साल 2024 के चुनावों में इस विवाद की आड़ का फायदा लिया जा सके। हालांकि इस मामले में चंडीगढ़ पुलिस बीते सात महीने से जांच कर रही है। लेकिन किसी नतीजे पर नहीं पहुंच सकी है।