लखनऊ, 5 अक्टूबर (The News Air)
केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा के काफिले पर रविवार को काले झंडे दिखाने के दौरान हुई हिंसा को लेकर यूपी के लखीमपुर में सियासत अभी भी गर्म है. किसानों और सरकार के बीच समझौते के बावजूद कांग्रेस लगातार इस मुद्दे को आगे बढ़ा रही है. प्रियंका गांधी के एक ट्वीट पर लोगों ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है. दरअसल, प्रियंका गांधी ने घटना का एक वीडियो ट्वीट किया है, जिसमें मंत्री के काफिले की गाड़ी दंगाइयों को कुचलती नजर आ रही है. इस पर लोगों ने राजस्थान में किसानों के खिलाफ लाठीचार्ज का वीडियो शेयर कर सवाल पूछे. कई लोगों ने सिख दंगों का भी जिक्र किया।
प्रियंका ने वीडियो शेयर करते हुए लिखा कि नरेंद्र मोदी
हां, आपकी सरकार ने मुझे पिछले 28 घंटे से बिना किसी आदेश और एफआईआर के हिरासत में लिया है। कमाने वाले को कुचलने वाले इस शख्स को अभी तक गिरफ्तार नहीं किया गया है. क्यों
लोगों ने दी ऐसी-ऐसी प्रतिक्रियाएं
# इन सब नाटकों को करने से पहले 1983 को याद किया होगा (कश्मीरी पंडितों को याद होगा, कारसेवकों को याद होगा, 5000 साधुओं को याद होगा कि इससे कितना दुख हुआ होगा; जब वे सभी मारे गए थे और आज भी राजस्थान में दलित हैं लेकिन बस कितना जुल्म हो रहा है याद करो यूपी जाओ और ड्रामा बंद करो।
# दस हजार सिख भाइयों को मारने वाला जेल नहीं गया, वह देश का प्रधानमंत्री बन गया? मैं तुम्हें याद दिलाना चाहता हूं!
# दोनों पार्टियां एक-दूसरे को किसान विरोधी के सर्टिफिकेट दे रही हैं, लेकिन किसी भी पार्टी को किसानों की चिंता नहीं है.
# लगता है कल किसानों और सरकार के बीच हुआ शांतिपूर्ण समझौता, नेहरू-फ़िरोज़ खान का परिवार खुश नहीं है, परेशान हो कि आपके इतने जहरीले टूलकिट के बाद भी उत्तर प्रदेश कैसे शांत है?
#प्रियंका जी, मेरा आपसे अनुरोध है कि आप अपने परिवार की परंपराओं के बाहर लाशों पर राजनीति बंद करें।
#कैसे करोगे इतिहास गवाह है, नेहरू से लेकर राजीव तक तमाम ताकतों के महल लाखों बेगुनाहों की लाशों के पिरामिड पर खड़े हैं!
# खालिस्तानियों ने जिस ड्राइवर को बेरहमी से पीट-पीट कर मार डाला वो भी किसी का पति, किसी का बाप, किसी का बेटा, किसी का भाई, क्या प्रियंका वाड्रा अपने कातिलों की गिरफ्तारी के लिए कुछ नहीं कहेंगी…..?
#अरे मोहतरमा, किसान हितैषी होने का आप किस मुंह से दावा कर रहे हैं, जबकि कल आपकी पार्टी की राजस्थान सरकार भी अनूपगढ़ में किसान आंदोलनकारियों को लताड़ रही थी.
#राजस्थान के किसान आपका इंतजार कर रहे हैं, जिन पर आपकी ही सरकार ने डंडों की बारिश की है. आपको वहां पहुंचने में कितना समय लगेगा?
धान खरीदी की मांग करने पहुंचे किसानों पर लाठीचार्ज
दरअसल राजस्थान के हनुमानगढ़ जिले में पुलिस ने आंदोलन कर रहे किसानों पर लाठीचार्ज किया था. ये किसान धान खरीद की मांग को लेकर कलेक्ट्रेट पहुंचे थे। उनका आरोप है कि लंबे समय बाद भी धान की खरीद शुरू नहीं हुई है. किसान ट्रैक्टर-ट्राली लेकर पहुंचे थे।