The News Air- पंजाब में आम आदमी पार्टी (AAP) की 300 यूनिट मुफ़्त बिजली को लेकर सियासी घमासान मच गया है। राज्य सरकार ने कल पंजाब के लिए बिजली टैरिफ जारी किया। इनमें रेट तो नहीं बढ़ाए गए लेकिन मुफ़्त बिजली का भी कोई ज़िक्र नहीं है। ऐसे में विपक्षी दलों ने मोर्चा खोल दिया है। अकाली दल और कांग्रेस ने कहा कि CM भगवंत मान को अरविंद केजरीवाल की गारंटी को पूरा करना चाहिए। चुनाव के वक़्त केजरीवाल ने पंजाब के हर घर को 300 यूनिट मुफ़्त बिजली देने का भरोसा दिया था।
कोविड का दिया हवाला, 36149.60 करोड़ की कमाई
पंजाब स्टेट इलेक्ट्रिसिटी रेगुलेटरी कमीशन ने कहा कि कोविड महामारी के चलते बिजली के रेट में कोई बढ़ोत्तरी नहीं की गई है। इस दौरान बिजली उपभोक्ताओं से 36149.60 करोड़ की कमाई का टारगेट रखा गया है।
मुफ़्त बिजली का इंतज़ार कर रहे लोग : चीमा
अकाली दल के प्रवक्ता डॉ. दलजीत चीमा ने कहा कि पंजाब के लोग बेसब्री से 300 यूनिट मुफ़्त बिजली का इंतज़ार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमें उम्मीद है कि पंजाब विधानसभा के स्पेशल सेशन में CM भगवंत मान अपने इस चुनावी वादे को पूरा करेंगे।
पहली कैबिनेट में पास करना चाहिए था : खैहरा
कांग्रेस विधायक सुखपाल सिंह खैहरा ने कहा कि हमें उम्मीद थी कि भगवंत मान पहली कैबिनेट मीटिंग में अरविंद केजरीवाल की 300 यूनिट मुफ़्त बिजली की गारंटी को पूरा करेंगे। उन्होंने कहा कि अब CM मान को अगली कैबिनेट मीटिंग में इसे पूरा करना चाहिए। इसके अलावा उन्हें अरविंद केजरीवाल की दूसरी गारंटी भी पूरी करनी चाहिए।