मलाइका अरोरा, सोनल चौहान, ईशा गुप्ता और जैकलिन फर्नांडिस जैसी बॉलुवुड की कई ऐसी अदाकारा हैं जो खुदको फिट रखने के लिए पोल डांस करती हैं। खासकर जैकलिन फर्नांडिस को पोल डांसिंग की मास्टर कहा जाता है। पोल डांस केवल एक डांस फॉर्म नहीं है, यह वेट मैनेज करने से लेकर बॉडी टोन करने तक में प्रभावी रूप से कार्य करता है। यह कई अन्य रूपों में भी आपके शरीर और मानसिक स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद हो सकता है। आपको अगर जिम वर्कआउट बोरिंग लगता है, तो आप भी इन 6 फिटनेस लाभों के लिए पाेल डांस ट्राई कर सकती हैं।
पोल डांस ज्यादातर लोगों को काफी कठिन लगता है, परन्तु जो इसे करते हैं उनसे पूछें यह कितनी मजेदार हो सकती है। पोल डांसिंग एक पुराना डांस फॉर्म है, जो धीरे-धीरे बेहद प्रचलित हो गया। अब जगह जगह पर पोल डांस ट्रैनिंग सेंटर भी उपलब्ध हैं। हालांकि, पहले महिलाएं इसे करने से कतराती थीं, पर जैसे-जैसे महिलाएं जागरूक हुईं पोल डांसर्स कि संख्या भी बढ़ने लगी। महिलाएं आज खुलकर पोल डांसिंग कर सकती हैं। तो चलिए आज हेल्थ शॉट्स के साथ जानते हैं पोल डांसिंग (pole dancing benefits) के कुछ खास फायदे।
यहां हैं पोल डांसिंग के कुछ महत्वपूर्ण फायदे (pole dancing benefits)
1. ताकत बढ़ाता है
पोल डांसिंग में शारीरिक गतिविधि और लगातार दोहराव शामिल होते हैं। पोल डांसिंग शरीर की बनावट और मांसपेशियों की बेहद मजबूत बना देती है। यही कारण है कि पोल डांसर अपने शरीर को बिना किसी रुकावट के हवा में छोड़ देते हैं, क्योंकि अभ्यास समय के साथ उनके शरीर को बेहद मजबूत बना देता है।
2. मसल्स बिल्डिंग में मदद करे
पोल डांस करते वक़्त शरीर के सभी अंगों पर सामान्य भार पड़ता है, इससे न केवल आपके शरीर की ताकत बढ़ती है, बल्कि इससे मांसपेशियां भी बनती हैं। जब मांसपेशियां लगतार एक्टिव रहती हैं तो ऐसे में वे समय के साथ अधिक मजबूत होती जाती हैं। आपको “योजनाबद्ध” वर्कआउट की कोई आवश्यकता नहीं है, दिन में पोल डांसिंग की एक क्लास एक अच्छी वर्कआउट रूटीन साबित हो सकती है।
3. आपके पेट को टोन करता है
जैसे ही आप पोल डांसिंग का अभ्यास करती हैं, आपकी मांसपेशियों का निर्माण होना शुरू हो जाता है। पोल डांसिंग में पेट की मांसपेशियों पर सबसे अधिक भार पड़ता है यह बार-बार मुड़ती हैं और लगभग हर एक मूव में इनका योगदान जरूर होता है। सामान्य भाषा में कहें तो आपकी पेट की मांसपेशियां पोल डांसिंग की कोर हैं। हालांकि, कोर आपको उन कठिन मूव्स को करते हुए स्थिर रहने में मदद करती हैं।
4. फैट बर्न होता है
व्यायाम फैट बर्न करने में मदद करता है ठीक उसी तरह पोल डांसिंग आपकी मांसपेशियों को मजबूत बनाने और शरीर पर बेहतर नियंत्रण पाने के साथ ही बॉडी फैट बर्न करने में भी मदद कर सकती है। इसमें दोहराए जाने वाले सेटों की कोई गिनती नहीं है, यह सब सीखने के बारे में है कि आपका शरीर कितनी देर तक क्या कर सकता है।
जब आपकी मांसपेशियां एक्टिव रहती हैं और इनपर भार पड़ता है, तो खुद व खुद एक्स्ट्रा बॉडी फैट कम होने लगता है। सबसे अहम बात पोल डांसिंग में लगभग सभी शारीरिक अंग इन्वॉल्व होते हैं ऐसे में आपको अपने अलग अलग अंगों के लिए अलग से एक्सरसाइज करने की आवश्यकता नहीं होती।
5. लचीलापन बढ़ाता है
पोल डांसर्स जितने भी मूव्स करते हैं वहां तक पहुंचने के लिए काफी प्रैक्टिस की आवश्यकता होती है। ऐसा एक दिन में मुम्मकिन नहीं है। शुरुआत में हम सभी की तरह उनकी बॉडी भी सख्त होती है जिसे जब जहां और जैसे नहीं मोड़ सकते। कुछ लोग डांसिंग इसलिए नहीं करते क्युकी उन्हें लगता है उनका शरीर लचीला नहीं है।
पोल डांसिंग के लिए लचीला होने की आवश्यकता नहीं हैं, धीमे-धीमे पोल डांसिंग के मूव्स करते हुए समय के साथ आपका शरीर लचीला होने लगता है। आपको बस नियमित प्रैक्टिस बनाएं रखने की आवश्यकता है। यह एक ऐसा डांस फॉर्म है जो समय के साथ अधिक बेहतर होता जाता है।
पोल डांसिंग निश्चित रूप से आपके लचीलेपन में सुधार करती है, जो अंततः मांसपेशियों की चोट और में दर्द के जोखिम को कम कर देती है।
6. रिलीज होता है “हैप्पी हार्मोन्स”
जब आप पोल डांस करते हैं तो शरीर में एंडोर्फिन यानि की “हैप्पी हार्मोन” का उत्पादन बढ़ जाता है। इसका कारण इसमें शामिल शारीरिक व्यायाम है। एंडोर्फिन हमारे मस्तिष्क में रिसेप्टर्स के साथ बातचीत करते हैं और दर्द की धारणा को कम करने में मदद करते हैं।
यही कारण है कि कई लोग पोल डांसिंग को तनाव दूर करने के लिए करते हैं। यह वास्तव में चिंता और तनाव को कम कर सकता है।