नई दिल्ली (New Delhi), 06 जनवरी (The News Air): प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने सोमवार को श्री गुरु गोबिंद सिंह जी (Sri Guru Gobind Singh Ji) के प्रकाश उत्सव (Prakash Utsav) पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने एक्स (X) पर पोस्ट के जरिए गुरु गोबिंद सिंह जी की शिक्षाओं को याद करते हुए कहा कि उनके विचार हमें एक प्रगतिशील, समृद्ध और करूणामय समाज के निर्माण के लिए प्रेरित करते हैं।
I bow to Sri Guru Gobind Singh Ji on his Prakash Utsav. His thoughts inspire us to build a society that is progressive, prosperous and compassionate. pic.twitter.com/waDtUl4Gyy
— Narendra Modi (@narendramodi) January 6, 2025
ਮੈਂ ਸ੍ਰੀ ਗੁਰੂ ਗੋਬਿੰਦ ਸਿੰਘ ਜੀ ਨੂੰ ਉਨ੍ਹਾਂ ਦੇ ਪ੍ਰਕਾਸ਼ ਪੁਰਬ 'ਤੇ ਨਮਨ ਕਰਦਾ ਹਾਂ। ਉਨ੍ਹਾਂ ਦੇ ਵਿਚਾਰ ਸਾਨੂੰ ਪ੍ਰਗਤੀਸ਼ੀਲ, ਖੁਸ਼ਹਾਲ ਅਤੇ ਦਿਆਲੂ ਸਮਾਜ ਬਣਾਉਣ ਲਈ ਪ੍ਰੇਰਿਤ ਕਰਦੇ ਹਨ। pic.twitter.com/naNCKvq9o5
— Narendra Modi (@narendramodi) January 6, 2025
प्रधानमंत्री ने अपनी पोस्ट में लिखा:
“मैं श्री गुरु गोबिंद सिंह जी को उनके प्रकाश उत्सव पर नमन करता हूं। उनके विचार हमें एक ऐसे समाज के निर्माण के लिए प्रेरित करते हैं जो प्रगतिशील, समृद्ध और करूणामय हो।”
इसके साथ उन्होंने पंजाबी भाषा में भी श्रद्धांजलि दी:
“ਮੈਂ ਸ੍ਰੀ ਗੁਰੂ ਗੋਬਿੰਦ ਸਿੰਘ ਜੀ ਨੂੰ ਉਨ੍ਹਾਂ ਦੇ ਪ੍ਰਕਾਸ਼ ਪੁਰਬ ‘ਤੇ ਨਮਨ ਕਰਦਾ ਹਾਂ। ਉਨ੍ਹਾਂ ਦੇ ਵਿਚਾਰ ਸਾਨੂੰ ਪ੍ਰਗਤੀਸ਼ੀਲ, ਖੁਸ਼ਹਾਲ ਅਤੇ ਦਿਆਲੂ ਸਮਾਜ ਬਣਾਉਣ ਲਈ ਪ੍ਰੇਰਿਤ ਕਰਦੇ ਹਨ।”
गुरु गोबिंद सिंह जी: साहस और सेवा के प्रतीक : श्री गुरु गोबिंद सिंह जी सिख धर्म के दसवें गुरु हैं। उनका जन्म 22 दिसंबर 1666 को पटना साहिब (Patna Sahib, Bihar) में हुआ था। उन्होंने न केवल धार्मिक नेतृत्व किया, बल्कि सामाजिक समानता, साहस और सेवा का भी आदर्श प्रस्तुत किया।
- उन्होंने खालसा पंथ (Khalsa Panth) की स्थापना की, जो धर्म और न्याय के लिए समर्पित है।
- उनकी शिक्षाएं समाज में समानता, निडरता और दूसरों की सेवा के लिए प्रेरित करती हैं।
प्रकाश उत्सव का महत्व : गुरु गोबिंद सिंह जी का प्रकाश उत्सव सिख समुदाय के लिए एक महत्वपूर्ण धार्मिक और सांस्कृतिक पर्व है। इस दिन को उनकी शिक्षाओं को याद करने और उनके आदर्शों का पालन करने के लिए मनाया जाता है।
- स्वर्ण मंदिर (Golden Temple, Amritsar) और पटना साहिब (Patna Sahib) जैसे ऐतिहासिक गुरुद्वारों में भव्य आयोजन होते हैं।
- इस दिन लंगर (सामूहिक भोजन) और कीर्तन का आयोजन किया जाता है।
प्रधानमंत्री का संदेश: प्रेरणा और समर्पण : प्रधानमंत्री मोदी के इस संदेश को समाज में शांति, एकता और सेवा की भावना को बढ़ावा देने के रूप में देखा जा रहा है।
- उन्होंने हमेशा गुरु गोबिंद सिंह जी की शिक्षाओं का उल्लेख किया है।
- उनके नेतृत्व में केंद्र सरकार (Central Government) ने सिख समुदाय से जुड़े ऐतिहासिक स्थलों के विकास और उनके संरक्षण पर जोर दिया है।
श्री गुरु गोबिंद सिंह जी की शिक्षाएं न केवल सिख धर्म के अनुयायियों के लिए, बल्कि हर व्यक्ति के लिए प्रेरणादायक हैं। उनका जीवन साहस, समानता और सेवा का प्रतीक है। प्रधानमंत्री मोदी का संदेश एक बार फिर हमें उनके आदर्शों पर चलने की प्रेरणा देता है।
क्या आप भी गुरु गोबिंद सिंह जी के प्रकाश उत्सव से प्रेरित हैं? हमें अपने विचार बताएं।