Hindi Motivational Story on Patience ( धैर्य) । सोच बदल देने वाली कहानी । Patience is Key to Success

Best Motivational Story on Patience (धैर्य) in Hindi : नमस्कार दोस्तों, उम्मीद करते हैं कि आप सभी अच्छे होंगे और अपने कार्य में सफलता को प्राप्त कर रहे होंगे।
दोस्तों, जीवन में कामयाबी (Success) हासिल करने के लिए आपके अंदर धैर्य (Patience) होना बेहद ही जरूरी होता है। बिना धैर्य के आप न तो अपने काम को बेहतर ढंग से कर पाते हैं और ना ही सफलता को प्राप्त कर पाते हैं। सफल होने के लिए जब आप कोई भी लक्ष्य निर्धारित करते हैं तो उस लक्ष्य को पूरा करने में समय लगता है। लेकिन यदि आप में धैर्य की कमी होती है तो आप उस कार्य को बीच में ही करना छोड़ देते हैं, ऐसे में सफलता आपसे दूर हो जाती है।
उदाहरण के तौर पर यदि आप तैरना (Swimming) सीखना चाहते हैं तो आप 1 या 2 दिन में तैरना नहीं सीख सकते हैं। एक अच्छा तैराक बनने के लिए आपको समय लगता है। अब यदि आप तैरना शुरू करते हैं और आप शुरुआत के 2 या 3 दिन में तैरना नहीं सीखते हैं तो आप तैरना ही बंद कर देते हैं। आप सोचते हैं कि, मैं कभी भी तैरना नहीं सीख सकता हूं, तो इसका मतलब है कि आपके अंदर धैर्य की कमी है। लेकिन यदि आप तैरना सीखने से पहले ही सोचते हैं कि मुझे कम से कम 1 महीने के लिए अच्छे से तैरना सीखना होगा। तब जाकर के तैरना आएगा। तो ऐसे आपके अंदर धैर्य आ जाता है।
किसी भी कार्य को बेहतर तरीके से करने और सीखने में समय लगता है। इस बात को एक कहने के माध्यम से समझाने के लिए हम आपके साथ एक प्रेरित करने वाली Hindi Motivational Story on Patience शेयर कर रहे हैं, जिसे पढ़कर आप धैर्य की महत्ता समझ सकते हैं।
Best Motivational Story on Patience । धैर्य ही सफलता की कुंजी है Success Story in Hindi

गाँव के एक व्यक्ति को गड्ढा खोदने के लिए बोला गया। जब वह गड्ढा खोदने लगा तो 15 फीट का गड्ढा खोदने के बाद भी पानी नज़र नहीं आया, उसने परेशान होते हुए कहा कि, “यहां पर पानी नहीं है, मुझे दूसरी जगह पर गड्ढा खोदना चाहिए।”
अब वह व्यक्ति दूसरी जगह गड्ढा खोदना शुरू कर देता है तो वहां पर 20 फीट का गड्ढा खोदने के बाद में वह व्यक्ति वापस से अपना धैर्य खो देता है और सोचता है कि यहां पर पानी नहीं है। तो मुझे अलग जगह पर गड्ढा खोदना चाहिए।
अब वह व्यक्ति गांव के किसी कोने में तीसरी जगह जाकर गड्ढा खोदना शुरू कर देता है और वहां पर 25 फीट का गड्ढा खोद देता है लेकिन फिर भी उसको पानी नहीं मिलता है। आखिर में वह व्यक्ति अपना धैर्य पूरी तरह से खो देता है और सोचता है कि अब मुझे कहीं पर भी पानी नहीं मिल सकता है। तब मायूस हो कर उसने गड्ढा न खोदने का निश्चय किया और अपनी असफलता (Failure) को स्वीकार किया।
कुछ समय बाद उस गांव का एक अन्व्यय क्ति आता है और एक जगह पर गड्ढा खोदना शुरू कर देता है। उस व्यक्ति ने लगातार 30 फीट गहरा गड्ढा खोदा और उसको पानी मिल गया, इस तरह से पहला व्यक्ति तीन अलग-अलग जगहों पर कुल 60 फीट गड्ढा खोदता है लेकिन फिर भी उसे सफलता नहीं मिलती है। परंतु एक व्यक्ति धैर्य के साथ सिर्फ एक जगह पर 30 फीट का गड्ढा खोदता है और उसको पानी मिल जाता है।

Moral of The Story :
इस Patience (धैर्य) Ki Kahani से हमको यह शिक्षा मिलती है कि गलत दिशा में मेहनत करने से सफलता नहीं मिलती है। लेकिन सही दिशा में धैर्य के साथ मेहनत करने से सफलता अवश्य मिलती है। इस कहानी में यदि वह व्यक्ति सिर्फ एक ही जगह पर 30 फीट का गड्ढा खोद लेता तो शायद उसको पानी मिल सकता था लेकिन उसको असफलता मिलने की वजह से उसने अपना धैर्य खो दिया और बार-बार अपने स्थल को बदलता रहा।
दोस्तों इसी तरह से हम अपने जीवन में किसी भी कार्य की शुरुआत तो कर लेते हैं लेकिन उस कार्य को धैर्य की कमी से बीच में ही करना छोड़ देते हैं। जिसकी वजह से हम को सफलता नहीं मिलती। आखिर में दोस्तों जीवन में कामयाबी को हासिल करने के लिए आपके अंदर धैर्य ज़रूर होना चाहिए। आपको किसी भी परिस्थिति में धैर्य नहीं खोना चाहिए क्योकि सब्र या धैर्य ही सफलता की कुंजी होती है।
Patience(धैर्य) बढ़ाने के 5 अचूक तरीके । 5 Ways To Develop Patience
दोस्तों यदि आपके जीवन में कोई भी ऐसी परिस्थिति आती है जब आप धैर्य नहीं रख पाते हैं और उस परिस्थिति में आप गलत कदम उठा लेते हैं। जिसका आपको भविष्य में काफी ज्यादा नुकसान होता है तो आपको धैर्य रखने की जरूरत है। अपने जीवन में धैर्य बढ़ाने के हम आपको 5 ऐसे अचूक तरीके बताने वाले हैं। जिनको यदि आप अपनाते हैं तो आप आसानी से किसी भी मुश्किल परिस्थिति में धैर्य ( Patience is Key to Success ) रख सकते हैं।

1. खुद को समय देना शुरू करें
दोस्तों अक्सर हम दूसरों के लिए हर समय हाजिर रहते हैं। जिसकी वजह से हमारे पास खुद के लिए भी समय नहीं होता है और ऐसी परिस्थिति में हम कभी भी खुद को नहीं समझ पाते हैं और धीरे-धीरे हमारे अंदर गुस्से की भावना बढ़ने लग जाती है और जहां पर अत्यधिक गुस्सा होता है, वहां पर धैर्य नहीं होता है तो ऐसे में आपको अपने लिए समय निकालना चाहिए और खुद के साथ कुछ समय बिताना चाहिए।
जितना आप खुद को समझते चले जाते हैं, उतना ही आपके अंदर धैर्य आना शुरू हो जाता है और गुस्सा कम होता चला जाता है। जब आप अपने लिए कुछ समय निकालते हैं तो उस समय आपको सिर्फ अपने विचारों को अच्छे से समझना है कि किस परिस्थिति में आपको किस तरह के विचार आते हैं। यदि आप खुद के साथ कुछ समय बिताना शुरू कर देते हैं तो कुछ समय बाद ही आप देखते हैं कि आपके अंदर धैर्य बढ़ने लग जाता है।
2. सकारात्मक सोच रखें
आज के समय में हम सभी के आसपास का वातावरण ऐसा हो चुका है, जहां पर सिर्फ नकारात्मकता फैली हुई है। हर किसी की सोच स्वार्थ की तरफ बढ़ रही है। हर कोई अपने स्वार्थ के लिए जी रहा है तो ऐसे में यदि आप भी अपने अंदर नकारात्मक सोच रखते हैं तो आप में धैर्य की कमी होती है क्योंकि नकारात्मक सोच वाला इंसान कभी भी दूसरों के फायदों के बारे में नहीं सोचता है, वह सिर्फ खुद के फायदे के बारे में सोचता है और ऐसी सोच के साथ आप कभी भी अपने अंदर धैर्य को नहीं बढ़ा सकते हैं। लेकिन यदि आप नकारात्मक सोच के व्यक्ति से दूर रहते हैं और अपने अंदर सकारात्मक सोच को रखते हैं तो, धीरे-धीरे आपके अंदर धैर्य ( Patience is Key to Success ) आने लग जाता है।
3. कंट्रोल के बाहर चीजों को सोचना बंद करें
हम अक्सर ऐसी चीजों के बारे में सोचते रहते हैं जो हमारे कंट्रोल में नहीं होती है। जैसे कि हमारे परिवार में कोई भी सदस्य किसी भी बीमारी से पीड़ित हो जाता है तो हम सोचते रहते हैं कि मेरे साथ ऐसा क्यों हो रहा है और आप उस चीज को लेकर चिंतित रहते हैं लेकिन सच्चाई यह है कि ये सब कुछ आपके हाथ में नहीं है। आपके हाथ में सिर्फ कार्य करना होता है। आपको पूरी लगन के साथ कार्य करना चाहिए। ना की परिणाम के बारे में सोचना चाहिए।
क्योंकि परिणाम किसी के भी हाथ में नहीं होता है, लेकिन कार्य करना हमारे हाथ में होता है। यदि आप अपने अंदर ऐसी सोच विकसित कर लेते हैं तो धीरे-धीरे आप में Patience आना शुरू हो जाता है क्योंकि आपको पता लग जाता है कि कंट्रोल से बाहर की चीजों को सोचने से सिर्फ हमको टेंशन होती है। इसके अलावा कोई परिणाम नहीं निकलता है। इसीलिए दोस्तों कंट्रोल से बाहर चीजों को सोचना बंद करो और अपने कार्य पर फोकस करें।
4. लक्ष्य पर फोकस करें
जीवन में धैर्य को बढ़ाने के लिए एक लक्ष्य का चुनाव करें और उस लक्ष्य को हासिल करने के लिए निरंतर प्रयास करते रहे। याद रखे जब भी आप लक्ष्य निर्धारित करते हैं तो आपको उस चीज के बारे में नहीं सोचना चाहिए जो आप लक्ष्य को पूरा करने के बाद चाहते हैं। बल्कि आपको लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए निरंतर प्रयास करना चाहिए। आपको अपने लक्ष्य के परिणाम पर फोकस नहीं करना चाहिए। बल्कि प्रोसेस पर फोकस करना चाहिए।
आपको हर समय अपनी गलतियों को सुधारने पर फोकस करना चाहिए। आपको सोचना चाहिए कि कैसे आप कम समय में ज्यादा कार्य कर सकते हैं और जल्द से जल्द सफलता को प्राप्त कर सकते हैं। यदि आप ऐसा कुछ करते हैं तो आप अपने लक्ष्य को धैर्य के साथ पूरा कर सकते हैं क्योंकि अब आपके दिमाग में सिर्फ उस लक्ष्य को हासिल करने की प्रोसेस होती है ना कि उस लक्ष्य का परिणाम होता है।
5 शारीरिक और मानसिक रूप से फिट रहें
जो इंसान शारीरिक और मानसिक रूप से मजबूत रहता है, उस इंसान में कभी भी धैर्य की कमी नहीं होती है । क्योंकि उसका दिमाग एकदम शांत बना रहता है। शांत दिमाग से आप जो भी कार्य करते हैं, उस कार्य को निश्चित ही पूरा करते हैं। इसीलिए शारीरिक और मानसिक रूप से हमेशा फिट रहे।
Conclusion
यदि आप भी जीवन में सफलता शिखर पर पहुंचना चाहते हैं तो इस लेख में बताये तरीकों को अपनाकर अपने अंदर धैर्य का विकास करें और सफलता को प्राप्त करें और इस लेख Patience Story in Hindi को ज्यादा से ज्यादा शेयर करें धन्यवाद।
Written by ➡
Mr. S. Verma
Engineer
Ghaziabad
Website: positivebate.com
We are grateful to Mr. S. Verma for sharing his thoughts on ‘patience’. We wish him all the very best for his blog and other endeavours.
Read More :
Did you like the Hindi Motivational Story on Patience ? / धैर्य पर प्रेरणादायक कहानी / 5 Ways To Develop Patience विषय पर यह पोस्ट कैसा लगा ? Please share your comments.
यदि आपके पास Hindi में कोई article, inspirational story या जानकारी है जो आप हमारे साथ share करना चाहते हैं तो कृपया उसे अपनी फोटो के साथ E-mail करें. हमारी Id है: [email protected] .पसंद आने पर हम उसे आपके नाम और फोटो के साथ यहाँ PUBLISH करेंगे. Thanks!







