नई दिल्ली, 4 मई (The News Air) ओडिशा की पुरी लोकसभा सीट से कांग्रेस की उम्मीदवार सुचरिता मोहंती ने पार्टी से अपर्याप्त प्रचार निधि का हवाला देते हुए अपना टिकट वापस कर दिया है। मोहंती ने कहा कि सार्वजनिक दान अभियान और न्यूनतम खर्च जैसे प्रयासों के बावजूद, वह आर्थिक रूप से संघर्ष करती रहीं और एक प्रभावशाली अभियान को कायम नहीं रख सकीं। 2014 के लोकसभा चुनाव में मोहंती राज्य की सत्तारूढ़ बीजू जनता दल (बीजेडी) के पिनाकी मिश्रा से हार गए थी। मिश्रा ने 5,23,161 वोटों से जीत हासिल की, जबकि मोहंती 2,89,800 वोटों से पीछे रही।
सुचरिता मोहंती ने कहा कि मुझे पार्टी से फंड देने से इनकार कर दिया गया। विधानसभा क्षेत्रों में कमजोर उम्मीदवारों को टिकट दिया गया। भाजपा और बीजद पैसे के पहाड़ पर बैठे हैं। वह मुश्किल था। धन का अश्लील प्रदर्शन हर जगह होता है। मैं उस तरह प्रतिस्पर्धा नहीं करना चाहती। उन्होंने कहा कि मैं एक जन-उन्मुख अभियान चाहती थी, लेकिन धन की कमी के कारण यह भी संभव नहीं था। पार्टी भी जिम्मेदार नहीं है। भाजपा सरकार ने पार्टी को पंगु बना दिया है। खर्चों पर काफी अंकुश लगता है। मुझे प्रतिक्रियाएं मिलीं। वे बदलाव चाहते हैं।
3 मई को कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल को लिखे पत्र में मोहंती ने कहा कि पुरी में उनके अभियान को “कड़ी चोट लगी है क्योंकि पार्टी ने मुझे फंड देने से इनकार कर दिया है”। उन्होंने दावा किया कि राज्य के कांग्रेस प्रमुख अजॉय कुमार ने “स्पष्ट रूप से मुझसे अपना बचाव करने को कहा”। मोहंती ने कहा, “मैं एक वेतनभोगी, पेशेवर पत्रकार थी, जिसने 10 साल पहले चुनावी राजनीति में प्रवेश किया था। मैंने पुरी में अपने अभियान में अपना सब कुछ झोंक दिया है।” उन्होंने कहा, “मैंने प्रगतिशील राजनीति के लिए अपने अभियान का समर्थन करने के लिए सार्वजनिक दान अभियान चलाने की कोशिश की, लेकिन इसमें ज्यादा सफलता नहीं मिली। मैंने अनुमानित अभियान खर्च को न्यूनतम करने की भी कोशिश की।”