नई दिल्ली 08 जनवरी (The News Air) दिल्ली विधानसभा चुनावों के मद्देनज़र भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेता और पूर्व सांसद रमेश बिधूड़ी (Ramesh Bidhuri) इन दिनों सुर्खियों में हैं। भाजपा ने उन्हें कालकाजी (Kalkaji) सीट से मुख्यमंत्री उम्मीदवार आतिशी (Atishi) के खिलाफ मैदान में उतारा है। लेकिन, उनके विवादित बयानों ने पार्टी को असहज कर दिया है।
आतिशी और प्रियंका गांधी पर बयान से विवाद: बिधूड़ी ने कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा (Priyanka Gandhi Vadra) और आम आदमी पार्टी (AAP) की नेता आतिशी के खिलाफ आपत्तिजनक बयान दिए, जिससे भाजपा को आलोचना झेलनी पड़ी। प्रियंका गांधी पर बयान देने के बाद बिधूड़ी ने खेद जताया, लेकिन आतिशी को लेकर उनकी टिप्पणी ने मामले को और गर्मा दिया। ‘आप’ (AAP) ने इसे दिल्ली की महिलाओं का अपमान करार दिया।
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान आतिशी भावुक हो गईं और कहा,“यह सिर्फ मेरा नहीं, बल्कि दिल्ली की हर महिला का अपमान है। जनता इस बार इसका जवाब देगी।”
BJP में मंथन जारी, टिकट पर संकट : सूत्रों के अनुसार, बिधूड़ी के बयानों को लेकर भाजपा के शीर्ष नेतृत्व में नाराज़गी है। पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा (JP Nadda) ने इस पर कड़ी नाराज़गी जताई है। इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, भाजपा की कई बैठकें हो चुकी हैं, जिनमें बिधूड़ी की जगह किसी अन्य महिला उम्मीदवार को उतारने की संभावनाओं पर चर्चा हो रही है।
गुर्जर समुदाय का प्रभाव, लेकिन बढ़ती मुश्किलें : बिधूड़ी दक्षिणी दिल्ली (South Delhi) से दो बार सांसद और तीन बार विधायक रह चुके हैं। वह गुर्जर समुदाय (Gurjar Community) के बड़े नेता माने जाते हैं, लेकिन उनके विवादित बयानों ने भाजपा की रणनीति को मुश्किल में डाल दिया है।
BJP के एक वरिष्ठ नेता के मुताबिक,“उनके बयानों के कारण पार्टी को जवाब देना पड़ रहा है। ऐसे में नेतृत्व महिला उम्मीदवार पर विचार कर रहा है।”
चुनाव आयोग की चेतावनी : मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार (Rajiv Kumar) ने महिलाओं के खिलाफ की गई ऐसी बयानबाजी को लेकर राजनीतिक दलों को आगाह किया। उन्होंने कहा कि यह आचरण आदर्श चुनाव संहिता का उल्लंघन हो सकता है।
आप का आक्रामक रुख: आम आदमी पार्टी ने बिधूड़ी के बयान को बड़ा चुनावी मुद्दा बना लिया है। ‘आप’ का कहना है कि भाजपा स्थानीय मुद्दों से भटक रही है। जहां एक ओर भाजपा खराब सड़कें, गंदा पानी और सीवर की समस्याओं को मुद्दा बना रही है, वहीं बिधूड़ी के बयान ने ‘आप’ को आक्रामक होने का मौका दे दिया है।
भाजपा के लिए कड़ी चुनौती : दिल्ली की राजनीति में भाजपा के लिए यह समय महत्वपूर्ण है। 10 साल की एंटी-इनकंबेंसी (Anti-Incumbency) से जूझ रही आप सरकार पर भाजपा हमलावर है, लेकिन बिधूड़ी के बयान ने पार्टी की रणनीति को कमजोर किया है।