नई दिल्ली, 20 दिसंबर (The News Air): दिल्ली पुलिस ने संसद में हुई धक्कामुक्की की घटना को लेकर एफआईआर दर्ज कर ली है और जांच शुरू कर दी है। इस मामले में पुलिस पहले सांसदों मुकेश राजपूत और प्रताप सारंगी का बयान दर्ज करेगी, जो इस घटना में घायल हुए थे। बीजेपी की शिकायत पर दर्ज की गई एफआईआर के तहत पुलिस सबसे पहले पीड़ितों का बयान लेने का कार्य पूरा करेगी, ताकि जांच को आगे बढ़ाया जा सके।
सीसीटीवी और वीडियो फुटेज की होगी जांच : पुलिस घटना से सम्बंधित सभी सीसीटीवी फुटेज और मोबाइल वीडियो की जांच करेगी। इसके अलावा मीडिया के कमरे में दर्ज फुटेज भी सबूत के रूप में एकत्र किए जाएंगे। ये फुटेज पुलिस को घटना की सटीक जानकारी प्राप्त करने और साक्ष्य जुटाने में मदद करेंगे। दिल्ली पुलिस संसद से सीसीटीवी फुटेज प्राप्त करने के लिए लोकसभा स्पीकर से अनुमति लेगी।
सीन रिक्रिएशन की संभावना : बयान और फुटेज प्राप्त करने के बाद पुलिस स्पीकर से अनुमति लेने की कोशिश करेगी ताकि घटना स्थल पर जाकर सीन रिक्रिएट किया जा सके। अगर अनुमति मिलती है, तो पुलिस की टीम इस प्रक्रिया को पूरा करेगी ताकि आरोपों की सच्चाई का पता चल सके।
राहुल गांधी और अन्य सांसदों को नोटिस भेजेगी पुलिस : जांच के अगले चरण में दिल्ली पुलिस कांग्रेस नेता राहुल गांधी और उस समय संसद में मौजूद अन्य सांसदों को नोटिस भेजेगी। उनसे पूछताछ के लिए समय और स्थान निर्धारित किया जाएगा। सबसे पहले घटना स्थल पर मौजूद सांसदों के बयान दर्ज किए जाएंगे और उसके बाद राहुल गांधी को सम्मन कर पूछताछ की जा सकती है।
आगे की कार्यवाही पर ध्यान : मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए दिल्ली पुलिस हर क़दम सोच-समझकर उठा रही है। जांच पूरी होने के बाद यह स्पष्ट हो सकेगा कि घटना के पीछे की सच्चाई क्या है और किन सांसदों के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी।
कांग्रेस की शिकायत पर जांच जारी : दिल्ली पुलिस कांग्रेस की शिकायत की भी जांच कर रही है। कांग्रेस ने अपनी शिकायत में बीजेपी सांसदों को आरोपी बताते हुए मल्लिकार्जुन खड़गे को धक्का देकर गिराने और SC / ST एक्ट के तहत आरोप लगाए थे। पुलिस इस शिकायत की भी गहनता से जांच करेगी।