कैंटीन ठेकेदार के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई के आदेश, प्राथमिक उपचार के बाद अधिकांश छात्र ठीक होकर घर लौटे
चार सदस्यीय कमेटी का गठन, एक सप्ताह में रिपोर्ट सौंपेगी
डिप्टी कमिश्नर एवं एसएसपी द्वारा प्रेस वार्ता
संगरूर, 2 दिसंबर (The News Air) मेरिटोरियस स्कूल घाबदां के विद्यार्थियों की तबीयत खराब होने का मामला सामने आते ही जिला प्रशासन संगरूर ने तुरंत कार्रवाई करते हुए स्कूल के कंटीन ठेकेदार के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है यह जानकारी आज डिप्टी कमिश्नर जतिंदर जोरवाल ने एसएसपी सरताज सिंह चहल और अन्य अधिकारियों की मौजूदगी में प्रेस कॉन्फ्रेंस में दी। डिप्टी कमिश्नर जतिंदर जोरवाल ने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान द्वारा दिए गए दिशा-निर्देशों की पालना करते हुए इस मामले में शामिल किसी भी स्तर के अधिकारी या कर्मचारी को बख्शा नहीं जाएगा।
उन्होंने कहा कि इस मामले में सभी पहलुओं की गहन जांच के लिए उपमंडल मजिस्ट्रेट संगरूर चरनजोत सिंह वालिया के नेतृत्व में चार सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया है, जो एक सप्ताह के भीतर अपनी रिपोर्ट देगी। उन्होंने बताया कि इस कमेटी में तहसीलदार, जिला शिक्षा अधिकारी सैकंडरी, एसएमओ को भी शामिल किया गया है।
डिप्टी कमिश्नर ने बताया कि कल रात 18 छात्रों को सिविल अस्पताल संगरूर में भर्ती कराया गया था, जिनमें से 14 ठीक होकर घर लौट आए और आज लगभग 36 और छात्रों को सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया और 20 छात्रों को घाबदां के पीजीआई सेंटर में भर्ती कराया गया, जिनकी हालत स्थिर है।
उन्होंने कहा कि अस्पताल में किसी भी छात्र को दस्त या उल्टी जैसी कोई समस्या नहीं हुई, लेकिन छात्रों के मुताबिक, स्कूल में खाना खाने के बाद उन्हें यह समस्या हुई थी।
डिप्टी कमिश्नर जतिंदर जोरवाल ने बताया कि जिला प्रशासन की ओर से एहतियात के तौर पर मेरिटोरियस स्कूल घाबदां में 2 डॉक्टर, 14 पैरा-मेडिकल स्टाफ और 2 एंबुलेंस तैनात की गई हैं। उन्होंने कहा कि यह मामला सामने आने के बाद पंजाब के बाकी 9 मेरिटोरियस स्कूलों में भी खाने की सैंपलिंग की जा रही है। उन्होंने कहा कि घाबदां मेरिटोरियस स्कूल में किंग्स क्लिफ नामक ठेकेदार का अनुबंध तत्काल प्रभाव से रद्द कर प्राथमिकी दर्ज करने की कार्रवाई की जा रही है।
डिप्टी कमिश्नर जतिंदर जोरवाल ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि बच्चे देश का भविष्य हैं और उनके स्वास्थ्य से खिलवाड़ करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जायेगी।
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर अनमोल सिंह धालीवाल, जिला शिक्षा अधिकारी संजीव शर्मा, सिविल सर्जन डॉ. अंजू और एसएमओ कृपाल सिंह भी उपस्थित थे।